Black Sesame Or white sesame seeds benefits: हमारी रसोई में कई ऐसे छोटे-छोटे दाने होते हैं जिन्हें हम सामान्य रूप से इस्तेमाल करते हैं परंतु हमें पता ही नहीं होता कि आखिर इनमें कौन से गुण भरे हुए हैं? ऐसी एक वस्तु है तिल, तिल आमतौर पर मिठाई और लड्डुओं में इस्तेमाल किया जाता है। इसे पूजा में भी अर्पित किया जाता है। तिल का तेल शरीर पर लगाया जाता है। तिल का महत्व वैदिक संस्कृति से लेकर आधुनिक जीवन में सदा से रहा है। परंतु इस दौरान हमें यह पता नहीं होता कि कौन सा तिल ज्यादा ताकतवर है सफेद तिल या काला तिल?
काला तिल या सफेद तिल, कौनसा है बेहतर?
दिखने में तो दोनों एक जैसे दिखते हैं। परंतु दोनों का रंग, तासीर, गुण, पोषण उपयोग काफी अलग-अलग है। जी हां, यही अंतर तय करता है कि कौन सी स्थिति में काला तिल सही होता है? और कौन सी स्थिति में सफेद तिल का सेवन लाभकारी होता है? और आज हम आपको इसी से जुड़ा संपूर्ण विवरण देंगे। ताकि आप भी अपने शरीर के लिए तिल का प्रकार निर्धारित कर पाएं और इन ठंडियों में खुद के लिए विंटर शील्ड रेडी कर पाए।
कौन सा तिल है ज्यादा ताकतवर? काला तिल या सफेद तिल?
काला तिल: काले तिल को आयुर्वेद में असली तिल कहा जाता है। क्योंकि काले तिल के दानों में तेल की मात्रा अधिक होती है और इसमें सूक्ष्म पोषक तत्व भी बहुत ज्यादा मात्रा में होते हैं। इसीलिए आयुर्वेद में इसे सबसे ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है। काले तिल का सेवन हड्डियों के लिए काफी गुणकारी होता है। क्योंकि इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और जिंक सफेद तिल की मात्रा में ज्यादा पाए जाते हैं। काले तिल का सेवन शरीर को तुरंत गर्माहट देता है। जिसकी वजह से यह सर्दियों में काफी लाभकारी हो जाता है। वही काले तिल का तेल बालों में लगाने से बाल झड़ने सफेद होने की समस्या समाप्त हो जाती है। वह महिलाएं जो हार्मोनल इंबैलेंस से जूझ रही हैं वह भी काले तिल का सेवन कर pcod जैसी समस्याओं से बच सकती हैं। काला तिल मानसिक तनाव से बचाता है और त्वचा को भी खूबसूरत और चमकदार बनाता है।
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सफेद तिल: सफेद तिल को हल्की तासीर वाला कहा जाता है। मतलब यह काले तिल की तरह शरीर को गर्मी नहीं देता और ना ही इसमें काले तिल के जैसे अत्यधिक पोषण गुण होते हैं। बल्कि सफेद तिल का स्वाद भी हल्का मीठा होता है। सफेद तिल का सेवन पाचन के लिए बेहतर होता है। यह पेट को आराम देता है। इसका सेवन करने से त्वचा में चमक आती है। सफेद तिल का फेस पैक स्क्रब बनाकर भी त्वचा पर लगाया जा सकता है। सफेद तिल में मौजूद फैट भी आपकी हार्ट हेल्थ के लिए बेहतर होते हैं। कब्ज से परेशान लोगों के लिए भी सफेद तिल काफी लाभकारी होता है। वह महिलाएं जो गर्भवती हैं वह कैल्शियम और आयरन के लिए सफेद तिल का सेवन कर सकती हैं। सफेद तिल मिठाईयों में अधिकतर डाला जाता है। यह काले तिल का सब्सीट्यूट जरूर है परंतु इसमें काले तिल की तरह भरपूर गुण नहीं होते।
कुल मिलाकर सफेद तिल और काले तिल के अपने-अपने लाभ हैं। हालांकि इन दोनों तिलों में से काला तिल सर्वश्रेष्ठ है। परंतु यदि आपका शरीर काले तिल की गर्माहट और अत्यधिक तेल झेलने के काबिल नहीं है तो आप सफेद तिल का सेवन कर सकते हैं।
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