Bhopal: जेल गेट के बाहर भाजपा कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या

bhopal jail gate murder-

जिस युवक की हत्या हुई, वह अपने दोस्तों के साथ दोस्त के भाई को पेरोल खत्म होने पर जेल तक छोड़ने आया था। युवक परिवार में इकलौता बेटा था। उससे छोटी एक बहन है। पिता की मृत्यु 10 साल पहले हो चुकी है। युवक परिवार में इकलौता कमाने वाला था। पुताई का ठेका लेता था और बीजेपी का कार्यकर्ता भी था।

भोपाल सेंट्रल जेल के गेट पर एक युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। घटना शुक्रवार 17 मई की शाम 6 बजे की है। दो गुटों में मारपीट और चाकूबाजी हुई। एक गुट के दो युवकों को गंभीर चोट आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से देर रात एक की मौत हो गई। पुलिस ने देर रात चार आरोपियों पर केस दर्ज किया है। जिस युवक की हत्या हुई, वह अपने दोस्तों के साथ दोस्त के भाई को पेरोल खत्म होने पर जेल तक छोड़ने आया था। युवक परिवार में इकलौता बेटा था। उससे छोटी एक बहन है। पिता की मृत्यु 10 साल पहले हो चुकी है। युवक परिवार में इकलौता कमाने वाला था। पुताई का ठेका लेता था और बीजेपी का कार्यकर्ता भी था।

जेल कैम्पस से बाहर हुआ हमला

एडिशनल डीसीपी मलकीत सिंह ने बताया कि सतीश खरे को एक मर्डर केस में जेल हो चुकी है। वह एक महीने से पेरोल पर था। शुक्रवार 17 मई को पेरोल खत्म होने पर विकास वर्मा, दोस्त ईशु खरे के साथ बड़े भाई सतीश को जेल छोड़ने गया था। रास्ते में उनका दोस्त पंचशील नगर निवासी सुरेंद्र कुशवाहा (27) भी मिल गया। सतीश खरे को जेल छोड़ने के बाद तीनों जेल कैम्पस से बाहर निकले, तभी सांची पार्लर के पास छोटा चेतन उर्फ फैजल, आकाश भदौरिया, संदेश नरवारे और दीपांशु सेन ने चाकू से हमला कर दिया।

चाकू सुरेंद्र की जांघ में लगा, जबकि विकास वर्मा के हाथ में चाकू लगा। दोनों घायलों‎ को सबसे पहले श्रद्धा अस्पताल ले ‎जाया गया। इतने में सुरेंद्र की हालत गंभीर ‎होने पर उसे एम्स ले जाया‎ गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित‎ कर दिया बताया जा रहा है कि इस घटना की सूचना जेल स्टाफ ने पुलिस को दी थी। इससे पहले ही सुरेंद्र और विकास को उसके साथी कार से पहले हमीदिया अस्पताल, फिर एम्स अस्पताल लेकर पहुंचे। विकास वर्मा को हजेला‎ अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।‎ गांधीनगर थाना पुलिस आरोपी संदेश नरवारे, आकाश भदौरिया, छोटा चेतन उर्फ फैजल और दीपांशु सेन को तलाश रही है।

2011 में मुकेश कमली की हत्या हुई थी। इसी हत्याकांड में सतीश सजायाफ्ता है। आरोपी मुकेश की गैंग के हैं। उन्होंने कुछ रोज पहले भी सुरेंद्र के साथ मारपीट की थी। उसने पुलिस में शिकायत नहीं की थी।

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