गुजरात के सूरत लोकसभा (Surat Loksabha) सीट पर तीसरे चरण के तहत 7 मई को मतदान होना है, लेकिन उससे पहले ही BJP उम्मीदवार मुकेश दलाल को विजेता घोषित कर दिया गया है. सोमवार,22 अप्रैल को उन्हें सूरत से सांसद चुन लिया गया है (BJP Mukesh Dalal Surat) यह तब हुआ जब इस सीट पर बाकी सभी उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पात्र वापस ले लिए. इससे एक दिन पहले कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नीलेश कुंभानी के नामांकन पत्र रद्द कर दिए गए थे. उनके तीन प्रस्तावकों ने एक हलफनामे में दावा किया था कि उन्होंने कुंभानी के नामांकन पत्रों पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं.
इधर, जैसे ही यह जानकारी सामने आई कि मुकेश दलाल को निर्विरोध चुन लिया गया है,BJP नेताओं ने उन्हें बधाई देना शुरू कर दिया। गुजरात BJP के अध्यक्ष CR पाटिल ने X पर लिखा,
“सूरत ने आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहला कमल समर्पित किया है.”
इससे पहले जिला चुनाव अधिकारी (DEO) सौरभ पर्धी ने 21 अप्रैल को कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी के नामांकन पत्र रद्द होने की जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि कुंभानी के तीनों प्रस्तावक उनके सामने पेश नहीं हुए थे.
इधर, कांग्रेस पार्टी के नेता बाबू मांगूकिया ने कहा कि तीनों प्रस्तावकों का अपहरण हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार के सामने डरे हुए हैं. मांगूकियाने आगे कहा कि चुनाव अधिकारी को यह नहीं जांचना चाहिए कि हस्ताक्षर हुए हैं या नहीं, बल्कि प्रस्तावकों के अपहरण की जांच करनी चाहिए।
गुजरात में कांग्रेस और आम आदमी पार्ट्री गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस ने गुजरात की 26 में से 24 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, वहीं आम आदमी पार्टी भावनगर और भरुच से चुनाव लड़ रही है.
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, कांग्रेस और BJP के अलावा केवल BSP ही एकमात्र ऐसी राष्ट्रीय पार्टी थी जिसने सूरत सीट पर अपना उम्मीदवार उतारा था.