Jharkhand Assembly Election : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र जारी किया। इस दौरान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, संजय सेठ और झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी मौजूद रहे। इस मौके पर भाजपा ने झारखंड की जनता से कई वादे किए हैं, जिन्हें सरकार बनने के बाद पूरा किया जाएगा। आइए जानते हैं भाजपा के संकल्प पत्र में किन बातों का जिक्र है। आपको बता दें कि झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में चुनाव होने हैं। झारखंड में पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर और दूसरे चरण का चुनाव 20 नवंबर को होगा। वहीं, वोटों की गिनती और मतदान के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में पांच प्रण लिए। Jharkhand Assembly Election
इससे पहले भाजपा बाबूलाल मरांडी ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, अन्नपूर्णा देवी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा की मौजूदगी में ‘पंच वचन’ जारी किया। ‘पंच प्रण’ के अनुसार, राज्य में हर परिवार 500 रुपये में एलपीजी गैस सिलेंडर खरीद सकेगा। इसके अलावा साल में दो सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे। सरकारी विभागों में 2.87 लाख रिक्त पदों को भरा जाएगा। आपको बता दें कैबिनेट की पहली बैठक के बाद मिलेगी नियुक्ति और नवंबर 2025 तक 1.5 लाख पद भरे जाएंगे।
महिला सुरक्षा में हेमंत विफल Jharkhand Assembly Election
इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि संथाल परगना में आदिवासियों की संख्या घट रही है, उनकी जमीन लूटी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी माटी और बेटी की रक्षा के नारे के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में महिलाओं की दुर्दशा के सारे रिकॉर्ड टूट गए। नाबालिग लड़कियों की तस्करी और महिलाओं के अपहरण में झारखंड दूसरे नंबर पर रहा, बलात्कार के मामलों में 42 फीसदी की वृद्धि हुई। हेमंत सोरेन महिलाओं को सुरक्षा देने में विफल रहे।
घुसपैठियों को चुन-चुन कर बाहर किया जाएगा।
अमित शाह ने आगे कहा कि घुसपैठिए साजिश के तहत आदिवासी बेटियों की जमीन हड़पने का काम कर रहे हैं। घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है, झारखंड की डेमोग्राफी बदल रही है। सीमा को ऐसा बनाना है कि यहां पक्षी भी न उड़ सके। उन्होंने कहा कि आज असम में घुसपैठ बंद हो गई है, झारखंड में भी रोटी, बेटी और माटी तीनों चीजों की रक्षा की जाएगी। उन्होंने लोहरदगा में हिंसा और साहिबगंज में मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का मुद्दा भी उठाया।