BJP state unit presidents: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी संगठनात्मक संरचना को मजबूत करने के लिए एक बड़ी BJP organisational elections प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया के तहत देश भर में पार्टी की BJP state unit presidents की नियुक्ति का दौर शुरू हो गया है, जिसके बाद BJP national president का चुनाव होगा।
यह कदम बीजेपी के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह पार्टी के भविष्य के नेतृत्व को आकार देगा और आगामी राजनीतिक रणनीतियों को प्रभावित करेगा। पार्टी के आंतरिक नियमों के अनुसार, BJP national president का चुनाव तब तक शुरू नहीं हो सकता, जब तक कि कम से कम आधे राज्यों में state leadership elections पूरी न हो जाए। इसके लिए सबसे पहले मंडल (ब्लॉक) स्तर पर आधे से अधिक मंडल अध्यक्षों का चुनाव होता है, फिर जिला स्तर पर अध्यक्ष चुने जाते हैं, और अंत में BJP state unit presidents की नियुक्ति होती है।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने 37 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में से 14 में नए राज्य अध्यक्षों की नियुक्ति कर ली है, और अगले तीन हफ्तों में 19 और राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।आज, 1 जुलाई 2025 को उत्तराखंड और महाराष्ट्र में नए state leadership elections के तहत राज्य इकाई अध्यक्षों के नामों की घोषणा होने वाली है। उत्तराखंड के लिए केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा को चुनाव अधिकारी बनाया गया है, जबकि महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे।
अगले हफ्ते आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, और गुजरात जैसे प्रमुख राज्यों में भी नए BJP state unit presidents की घोषणा होने की उम्मीद है। झारखंड जैसे कुछ राज्यों में BJP organisational elections की प्रक्रिया अगस्त के अंत तक पूरी होगी।
वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष JP Nadda का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो गया था, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए इसे जून 2024 तक बढ़ाया गया था। अब, लोकसभा चुनावों के बाद पार्टी एक नए BJP national president के चयन की दिशा में तेजी से बढ़ रही है।
सूत्रों का कहना है कि पांच या अधिक राज्यों में अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद leadership transition के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस प्रक्रिया में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह शामिल हैं, की भूमिका अहम होगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह BJP internal elections बीजेपी के लिए एक नई दिशा तय करेगा, खासकर उन राज्यों में जहां पार्टी को हाल के चुनावों में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। नए नेतृत्व के चयन से पार्टी अपनी जमीनी पकड़ को और मजबूत करने की कोशिश करेगी।