भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (BJP National President Election) के चुनाव को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और संगठन महासचिव बीएल संतोष मौजूद थे। अगले एक हफ्ते के भीतर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा हो सकती है, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
बैठक में क्या हुआ
बैठक का उद्देश्य बीजेपी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना और आगामी रणनीतियों को अंतिम रूप देना था। इसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे प्रमुख राज्यों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति पर चर्चा हुई। 18-19 अप्रैल तक कई राज्यों के लिए नए प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा हो सकती है, जिसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया तेज होगी।
बीजेपी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में समाप्त हो चुका है, और वह तब से विस्तार पर कार्यरत हैं। 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए उन्हें यह विस्तार दिया गया था। अब, जब 13 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो चुके हैं, पार्टी नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए तैयार है। बीजेपी के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब तक नहीं हो सकता, जब तक कि कम से कम आधे राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव पूरा न हो जाए।
संभावित बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्षों के नाम
राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए कई नेताओं के नाम चर्चा में हैं। प्रमुख संभावित दावेदार निम्नलिखित हैं:
- शिवराज सिंह चौहान: छह बार लोकसभा सांसद और चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे चौहान ने अपनी लाडली बहना योजना के जरिए जनता के बीच मजबूत आधार बनाया है। यह योजना अन्य राज्यों के लिए भी मॉडल बन चुकी है।
- स्मृति ईरानी: कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का अनुभव रखने वाली स्मृति ईरानी को पार्टी का मजबूत महिला चेहरा माना जाता है। वे हिंदी बेल्ट के साथ-साथ दक्षिण भारत में भी प्रभावी हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ उनके अच्छे संबंध हैं।
- विनोद तावड़े: महाराष्ट्र से बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव, जो संगठन में अपनी रणनीतिक भूमिका के लिए जाने जाते हैं।
- सुनील बंसल: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाने वाले नेता।
- अनुराग ठाकुर: केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश से सांसद, जो युवा नेतृत्व और प्रखर वक्ता के रूप में जाने जाते हैं।
- धर्मेंद्र प्रधान: केंद्रीय शिक्षा मंत्री, जिन्होंने ओडिशा में बीजेपी को मजबूत करने में योगदान दिया है।
बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव में आरएसएस की भूमिका
बीजेपी के वैचारिक मार्गदर्शक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका है। आरएसएस चाहता है कि नया अध्यक्ष विचारधारा के प्रति समर्पित और युवा हो, जो संगठन को नई ऊर्जा दे सके। आरएसएस ने यह स्पष्ट किया कि वह एक “मजबूत नेता” चाहता है, न कि “रबर स्टैंप”। हाल ही में पीएम मोदी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी, जिसमें नए अध्यक्ष के चयन पर चर्चा हुई।