MP Politics News: अगर मालवा की राजनीति में गुरुवार को अचानक बवाल मच गया. पहली बार ऐसा देखा गया कि सत्ताधारी पार्टी के विधायक और पदाधिकारियों को अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं. अगर मालवा विधायक अपनी मांग को लेकर एसपी ऑफिस में धरने बैठे गए.
MP Politics News: आगर की राजनीति में गुरुवार को अचानक बवाल मच गया. पहली बार किसी सत्ताधारी पार्टी के विधायक तथा पदाधिकारियों को अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए देखा गया. आगर मालवा विधायक अपनी मांग को लेकर एसपी ऑफिस के सामने में धरने पर बैठ गए. दरअसल, यह स्थिति कोतवाली थाने पर एक फरियादी से लिए गए 3 लाख रुपए के बाद निर्मित हुई. मामला बढ़ता देख एसपी ने 2 पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किया. जिसके बाद विधायक पैसे वापस लेने की जिद पर अड़ गए.
माजरा क्या है?
मिली जानकारी के अनुसार, शहर के एक निजी चिकित्सक डा.नरेंद्र सिंह राजपूत द्वारा द्वारा एजाज पिता रहमान खान से जमीन का सौदा किया था, जिसमें एजाज ने जालसाजी करते हुए क्रेता को वास्तविक स्थिति न बताई और बंधक भूमि की रजिस्ट्री कर 1 करोड़ रुपए से अधिक राशि हड़प ली. जिस पर क्रेता पक्ष ने मार्च माह में कोतवाली थाने पर न्याय की गुहार लगाते हुए एक आवेदन दिया था. लेकिन, पुलिस ने प्रकरण दर्ज करने में आनाकानी करते हुए 2 महीने बीता दिए. आखिरकार फरियादी को प्रकरण दर्ज कराने के एवज में पुलिस को 3 लाख रुपए देना पड़े, तब पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया.
पैसे वापसी की मांग पर अड़ गए विधायक
फरियादी ने जब विधायक को यह घटनाक्रम बताया तो विधायक मधु गेहलोत ने अन्य पदाधिकारियों को अवगत कराया और थोड़ी ही देर में सैंकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी एसपी ऑफिस जा पहुंचे. जहां प्याज के छिलकों की तरह एक के बाद एक घटनाक्रम उजागर होने लगे. सत्ताधारी दल के लोगों ने जमकर आक्रोश व्यक्त किया. स्थिति यह बन गई कि विधायक और अन्य पदाधिकारी नीचे फर्श पर ही बैठ गए. वहीं एसपी विनोद कुमार सिंह भी जमीन पर बैठ गए और तत्काल दो पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश दिए. लेकिन विधायक तो 3 लाख रुपए लौटाने की जिद पर अड़े रहे. पैसे वापसी की सहमति बनी तो विधायक का आक्रोश कम हुआ.