रीवा। सेमरिया विधायक अभय मिश्रा के दौ नौकारों के बीच विवाद का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। मारपीट में घायल अभिषेक तिवारी के परिजनों के साथ मंगलवार को बीजेपी नेता एसपी कार्यालय पहुचे और एएसपी आरती सिंह को ज्ञापन पत्र देकर मांग किए है कि पीड़ित को न्याय दें। उनका आरोप है कि अभिषेक तिवारी के साथ बेदम मारपीट की गई और उल्टा मुकदमा भी दर्ज कर दिया गया। पुलिस इस मामले की जांच करे और जो झूठी कहानी बनाई गई है उसका पर्दाफास करें।
बेटे के साथ हुआ जुल्म
पुलिस को ज्ञापन दे रहे पीड़ित के पिता का कहना था कि उसके निर्दोष बेटे के साथ जुल्म हुआ है। बीजेपी नेता का कहना था कि पीड़ित परिवार को पुलिस न्याय दिलाए। दरअसल 24 जुलाई की रात अशोक तिवारी नामक व्यक्ति ने अभिषेक तिवारी पर मारपीट और उंगली काटने की एफआईआर सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई थी। 25 जुलाई की सुबह, घायल अभिषेक तिवारी चोरहटा थाने पहुंचा और कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के उपर सैलरी मांगने पर बेदम मारपीट किए जाने का आरोप लगाया। जिसके बाद सत्ता और विपक्ष पार्टी पूरी मुस्तैदी के साथ इस मामले में जुट गई। ज्ञात हो कि जिस अशोक तिवारी और अभिषेक तिवारी के बीच मारपीट हुई है। वे दोनों सेमरिया विधायक अभय मिश्रा के यहा नौकरी करते है।
पूर्व विधायक ने दिया था धरना
सेमरिया क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी चोरहटा थाना पहुचे थें और वे मारपीट मामले में वर्तमान कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने की मांग करते हुए अपने समर्थकों के साथ धरना आंदोलन शुरू कर दिया था। चोरहटा थाना में पूर्व विधायक श्री त्रिपाठी और पुलिस के बीच कहा सूनी भी हुई, हांलाकि सांसद जनार्दन मिश्रा एवं बीजेपी जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गुप्ता ने थाना में पहुच कर मामले को शांत करवाया। एक बार फिर बीजेपी नेता एसपी कार्यालय पहुच कर पुलिस से न्याय पूर्ण कार्रवाई किए जाने मांग उठाते हुए इस मामले को गर्मा दिए है।