Odisha BMC Office Assault Case: भाजपा नेता पर आरोप है कि उनके समर्थकों ने BMC के एडिशनल कमिश्नर रत्नाकर साहू की जनसुनवाई के दौरान पिटाई की थी। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। अब तक इस मामले में 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
Odisha BMC Office Assault Case: ओडिशा में भुवनेश्वर नगर निगम (BMC) के एडिशनल कमिश्नर की पिटाई मामले में भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान की गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने गुरुवार शाम पुलिस के सामने सरेंडर किया। अब तक इस मामले में 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। प्रधान ने कहा, “मैं जांच में सहयोग करने के लिए आया हूं। अगर मेरी गिरफ्तारी से मामला हल हो जाता है, तो मैं सहयोग करने को तैयार हूं।” साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें और उनकी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
दरअसल, भाजपा नेता पर आरोप है कि उनके समर्थकों ने BMC के एडिशनल कमिश्नर रत्नाकर साहू की जनसुनवाई के दौरान पिटाई की थी। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में 6-8 लोग साहू को गालियां देते और लगातार घूंसे मारते दिख रहे थे।
साहू बोले- मैं हमलावरों को नहीं जानता
घटना के बाद मीडिया से बातचीत में साहू ने कहा, “मैं हमलावरों को नहीं जानता हूं। उन्होंने मेरे साथ हाथापाई की और कार में ले जाने की कोशिश की। मैं इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दूंगा और जल्द ही FIR दर्ज की जाएगी।”वहीं, BMC के अधिकारियों ने ऑफिस परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। पूरे दिन कामकाज ठप रहा। कर्मचारियों की मांग है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
छह युवकों ने चैंबर में घुसकर किया हमला
शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, 6 लोग साहू के चैंबर में घुसे और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। हमलावरों ने अधिकारी पर हमला क्यों किया, इसकी स्पष्ट जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। कुछ हमलावरों की पहचान भी नहीं हो सकी है।
नवीन पटनायक बोले- भाजपा नेता की मौजूदगी में मारपीट
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया पर अधिकारी से मारपीट का वीडियो शेयर किया था। उन्होंने लिखा, “मैं यह वीडियो देखकर हैरान हूं। एक सीनियर अधिकारी को उनके कार्यालय से घसीटकर बेरहमी से लात-घूंसों से पीटा गया। यह हमला एक बीजेपी पार्षद की मौजूदगी में हुआ।”
पटनायक ने आगे कहा, “मैं मोहन चरण माझी से अपील करता हूं कि इस शर्मनाक हमले को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। इससे भी ज्यादा जरूरी है कि इस साजिश में शामिल राजनीतिक नेताओं पर तुरंत और कड़ी कार्रवाई की जाए। FIR में जिन लोगों के नाम हैं, उन्होंने आपराधिक तरीके से व्यवहार किया है।”