MP Vidhansabha Chunav 2023: सतना के चित्रकूट से 3 सितंबर को शुरू हुई बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा 5 सितंबर को बेला के रास्ते होते हुए रीवा पहुंची। विंध्य में जन आशीर्वाद यात्रा को लीड कर रहे गृहमंत्री मध्य प्रदेश नरोत्तम मिश्रा सर्किट हॉउस में रात को आराम करने के बाद अगली सुबह सेमरिया के लिए रवाना हो गए. 6 सितंबर की सुबह सेमरिया के अटरिया बाईपास से यात्रा फिर शुरू हुई.
विंध्य क्षेत्र की विधानसभा सीटों को कवर करने वाली जन आशीर्वाद यात्रा का नेतृत्व डॉ नरोत्तम मिश्रा कर रहे हैं. इस यात्रा में उनके साथ पीएचई एवं जनसंपर्क मंत्री राजेंद्र शुक्ल, विंध्य प्रभारी और सतना सांसद गणेश सिंह, रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा, सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी, बीजेपी जिला अध्यक्ष रीवा अजय सिंह भी शामिल हैं.
रीवा में बीजेपी जन आशीर्वाद यात्रा
भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा तीन दिन तक रीवा और मऊगंज जिले की 8 विधानसभा सीटों को कवर करेगी। इसकी शुरुआत सेमरिया से हुई। मढी, अंबा, अटरिया, हिनाैता, छिरहा गोदहा मोड, अगुआ से चचाई होते हुए यात्रा सिरमौर विधानसभा में प्रवेश करेगी। जहां पड़री, सिरमौर, राजगढ़, क्योटी, कपुरी, चौरी से सिरमौर विधानभा का समापन हो जाएगा। इसके बाद जन आशीर्वाद यात्रा मनगवां जाएगी और फिर नईगढ़ी में यात्रा का समापन होगा। 7 सितंबर को जन्माष्टमी की छुट्टी होगी और 8 सितंबर से यात्रा देवतालाब विधानसभा से शुरू होगी जो अंत में रीवा विधानसभा पहुंचेगी।
गौरतलब है कि नवंबर में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव होने हैं. लोगों से वोट मांगने के लिए बीजेपी हर चुनाव में जन आशीर्वाद यात्रा निकालती है. यह जन आशीर्वाद यात्रा मध्य प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा सीटों को कवर कर रही है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब बीजेपी एक साथ 5 यात्राएं निकालने जा रही है। 17-18 दिन में ये यात्राएं 10,543 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी। 25 सितंबर को भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ होगा।
महाकुम्भ में 10 लाख कार्यकर्त्ता जुटेंगे
भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि 25 सितंबर को भोपाल में होने वाले कार्यकर्ता महाकुम्भ में 10 लाख बीजेपी कार्यकर्ता जुटेंगे। पांचों यात्राएं 10543 किलोमीटर चलकर कुल 210 विधानसभाएं कवर करेंगी। भोपाल और आसपास की विधानसभाएं समापन पर कवर की जाएंगी। इन यात्राओं का 998 स्थानों पर स्वागत होगा। इस दौरान कुल 678 जन सभाएं होंगी। इनमें 211 बड़ी सभाएं होंगी। यात्राओं में केंद्रीय नेतृत्व के साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल हैं.