IIT BHU Student Rape Case: IIT-BHU में बीटेक छात्रा से गैंगरेप के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. गिरफ्तार आरोपियों में से 2 BJP के IT सेल से हैं. 30 दिसम्बर की रात को चकिंग के दौरान तीनो को बाइक के साथ पकड़ा गया। अपराधियों ने 1 नवंबर के आधी रात को करीब 1:30 बजे IIT BHU की छात्रा से गैंगरेप किया था. इतना ही नहीं, उस रात बन्दुक की नोक पर छात्रा के कपड़ें भी उतरवाए और फिर वीडियो भी बनाया.
इसके बाद कई दिनों तक छात्रों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कैंपस में विरोध प्रदर्शन भी किया था. फिलहाल,आरोपियों की पहचान बृज एन्क्लेव कॉलोनी सुंदरपुर के कुणाल पांडेय,जीवधिपुर बजरडीहा के आनंद उर्फ़ अभिषेक चौहान और बजरडीहा के सक्षम पटेल के रूप में हुई है. एक कुणाल पांडेय है जो BJP IT सेल वाराणसी का महानगर संयोजक है,जबकि सक्षम पटेल IT का वाराणसी महानगर सह संयोजक है.
पीड़ित छात्रा की शिकायत
“मै 1 नवंबर की रात 1:30 बजे अपने हॉस्टल से किसी जरुरी काम के लिए बाहर निकली थी. कैंपस के गाँधी स्मृति चौराहे के पास मेरा एक दोस्त मिल गया. हम दोनों वहां से साथ में जा रहे थे कि तभी रास्ते में कर्मन बाबा मंदिर के करीब 300 मीटर दूर पीछे से एक बुलेट आई जिसपर तीन लड़के सवार थे. उन्होंने बाइक हमारे आगे खड़ी की और मुझे और मेरे दोस्त को रोक लिया।
इसके बाद उन लोगों ने हम दोनों को एक दूसरे से अलग कर दिया। मेरा मुंह दबाकर मुझे एक कोने में ले गया। वहां पहले मुझे किस किया, उसके बाद मेरे कपड़े उतरवाए फिर मेरा वीडियो बनाया और फोटो खींची। मैं जब बचाव के लिए चिल्लाई तो मुझे जान से मारने की धमकी दिया गया. उन लोगों ने करीब 10 से 15 तक मुझे अपने कब्जे में रखा फिर छोड़ दिया।
मैं अपने हॉस्टल की ओर भागी तो पीछे से बाइक की आवाज आने लगी. डर के मारे मैं एक प्रोफेसर के आवास में घुस गई. वहां पर कुछ देर तक रुकी रही और प्रोफेसर को आवाज लगाई। प्रोफेसर ने मुझे गेट तक छोड़ा। उसके बाद पार्लियामेंट सिक्योरिटी कमिटी के राहुल राठौर मुझे IIT BHU पेट्रोलिंग गार्ड के पास लेकर पहुंचे फिर वहां से मैं अपने हॉस्टल तक सुरक्षित पहुँच पाई”.
BHU में ग्यारह घंटे तक चला था विरोध प्रदर्शन
वारदात के बाद 2 नवंबर की सुबह छात्र ने लंका थाने में शिकायती आवेदन दिया था. जैसे ही छात्रों को घटना की भनक लगी, तो करीब 2500 छात्रों ने राजपुताना हॉस्टल के सामने प्रदर्शन किया। इसके बाद विरोध की लहर पुरे कैंपस में फैल गई. देखते ही देखते भारी संख्या में छात्र इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होगये। स्टूडेंट्स ने इस प्रदर्शन के दौरान पुरे कैंपस को बंद करा दिया था. इस प्रोटेस्ट को देख पुरे कैंपस की इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई थी. 11 घंटों तक छात्रों का ये धरना चला था. इसके बाद पुलिस और IIT-BHU के डायरेक्टर ने छात्रों के साथ एक बैठक की. उन्हें भरोसा दिया था कि 7 दिनों के अंदर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी और वो सलाखों के पीछे होंगे। ऐसी सजा मिलेगी कि उनके सात पुश्ते याद रखेंगी। छात्रों ने प्रशासन के साथ समझौते के बाद इस प्रदर्शन को खत्म कर दिया था. प्रशासन ने IIT BHU और BHU के बिच दीवाल बनाने का फैसला लिया था. हालाँकि, बाद में इस फैसले को वापस ले लिया गया.
पीएमओ ने पुरे केस की मांगी थी रिपोर्ट
इस पुरे मामले की जानकारी PMO ने पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन से मांगी थी ,जबकि पुलिस कमिश्नर ने SHO लंका अश्विनी पांडेय को को लाइन हाजिर कर दिया था. इस मामले को लेकर सीएम योगी भी कमिश्नर कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर से फ़ोन पर बात की थी. उन्हें IIT BHU प्रशासन से बात कर छात्र-छात्राओं के लिए कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था करने को कहा था.