बिलकिस बानो ने गैंगरेप के 11 दोषियों की रिहाई के खिलाफ 30 नवंबर 2022 में सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल की गई थीं. पहली याचिका में 11 दोषियों की रिहाई को चुनौती देते हुए उन्हें तुरंत वापस जेल भेजने की मांग की गई थी. दूसरी याचिका में सुप्रीम कोर्ट के मई में दिए गए आदेश पर पुनर्विचार करने की मांग की गई थी.
Bilkis Bano Gangrape Case: बिलकिस बानो गैंगरेप के 11 दोषियों की गुजरात सरकार द्वारा समय से पहले की गई रिहाई के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को रद्द कर दिया है. जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा कि सजा अपराध रोकने के लिए दी जाती है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि गुजरात सरकार को रिहाई का फैसला लेने का कोई अधिकार नहीं है. सुनवाई महाराष्ट्र में हुई तो इसका पूरा अधिकार वहां की राज्य सरकार को है. क्योंकि जिस राज्य में किसी अपराधी पर मुकदमा चलाया जाता है और सजा सुनाई जाती है, उसी को दोषियों की माफ़ी याचिका पर फैसले लेने का अधिकार है.
बता दें कि बिलकिस बानो ने गैंगरेप के 11 दोषियों की रिहाई के खिलाफ 30 नवंबर 2022 में सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल की गई थीं. पहली याचिका में 11 दोषियों की रिहाई को चुनौती देते हुए उन्हें तुरंत वापस जेल भेजने की मांग की गई थी.
इसके बाद दूसरी याचिका में सुप्रीम कोर्ट के मई में दिए गए आदेश पर पुनर्विचार करने की मांग की गई थी. कोर्ट ने कहा था कि दोषियों की रिहाई पर फैसला गुजरात सरकार करेगी। बिलकिस ने कहा कि जब केस का ट्रायल महाराष्ट्र में चला था, तो गुजरात सरकार फैसला कैसे ले सकती है?
बिलकिस ने सुप्रीम कोर्ट से दोनों याचिकाओं पर जल्द सुनवाई की मांग की थी. इस केस के सभी 11 दोषी 15 अगस्त 2022 को आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रिहा कर दिए गए थे. बिलकिस की ओर से याचिका दाखिल किए जाने से पहले एक सामाजिक कार्यकर्ता ने इस केस में पहले ही याचिका दाखिल की थी. बिलकिस की याचिका के बाद चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि इस केस में दर्ज सभी याचिकाओं पर जल्द सुनवाई की जाएगी।
गुजरात दंगे में हुआ था बिलकिस बानो का गैंगरेप
गुजरात में गोधरा कांड के बाद 3 मार्च 2002 को दंगे भड़के थे. दंगो के दौरान दाहोद जिले के लिमखेड़ा तालुका में रंधिकापुर गांव में उग्र भीड़ बिलकिस बानो के घर में घुस गई थी. दंगाइयों से बचने के लिए बिलकिस अपने परिवार के साथ एक खेत में छिपी थी. तब बिलकिस की उम्र 21 साल की थी और वे 5 महीने की गर्भवती थीं.
दंगाइयों ने बिलकिस का गैंगरेप किया। उनकी मां और तीन और महिलाओं का भी रेप किया गया था. इस हमले में उनके परिवार के 17 सदस्यों में से 7 की हत्या कर दी गई थी. 6 लोग लापता पाए गए, एक व्यक्ति और तीन साल का बच्चा ही बचा था.