Bihar RLM Leaders Resign : बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की नई सरकार बनने के तुरंत बाद राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इस बार उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को बड़ा झटका लगा है। कई मुख्य नेताओं ने एक साथ अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। इस सामूहिक इस्तीफे ने पार्टी की अंदरूनी स्थिति और नेतृत्व को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
RLM के बड़े नेताओं ने दिया इस्तीफा
RLM से इस्तीफा देने वाले नेताओं में सबसे बड़ा नाम पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ का है। उन्होंने अचानक पार्टी छोड़ दी, जिससे सभी हैरान रह गए। इसके अलावा कई प्रभारी प्रदेश अध्यक्षों ने भी अपने पद छोड़ दिए हैं। जानकारी के अनुसार, प्रवक्ता राहुल, प्रमोद यादव और राजेश रंजन समेत कई महत्वपूर्ण पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा सीधे उपेंद्र कुशवाहा को भेजा है।
नेताओं ने क्यों छोड़ी RLM?
RLM से इस्तीफा देने वाले नेताओं का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी में उनकी उपेक्षा की गई। उन्हें चुनाव में जिम्मेदारी तो दी गई, लेकिन निर्णय लेने की प्रक्रिया से दूर रखा गया। इससे वे नाराज थे। उनका आरोप है कि पार्टी नेतृत्व अपने स्तर पर काम कर रहा है और कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुन रहा है। इसका असर संगठन की मजबूती पर भी पड़ा है।
इसके अलावा, नेताओं का कहना है कि शेखपुरा विधानसभा कमेटी को अचानक भंग कर दिया गया, बिना किसी चर्चा के। इससे स्थानीय स्तर पर असंतोष फैल गया है। उनका दावा है कि यह फैसला बिना कारण बताए लिया गया, जिससे पार्टी का भरोसा टूटा है।
चुनाव के बाद RLM में शुरू अंदरूनी कलह
बड़ी संख्या में नेताओं के इस्तीफों के कारण आरएलएम की अंदरूनी स्थिति कमजोर दिखाई दे रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम पार्टी की ताकत को नुकसान पहुंचाएगा। इससे बिहार की राजनीति में छोटे दलों की भूमिका भी प्रभावित हो सकती है, क्योंकि ऐसे नेताओं का अचानक पार्टी छोड़ना बड़ी समस्या बन सकता है।
क्यों शांत हैं उपेंद्र कुशवाहा?
उपेंद्र कुशवाहा ने अभी इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन पार्टी के भीतर बढ़ते असंतोष और नेताओं के इस्तीफे संकेत कर रहे हैं कि संगठन में सुधार और संवाद की बहुत जरूरत है। नई सरकार बनने के तुरंत बाद यह घटनाक्रम हुआ है, जिससे पता चलता है कि राजनीति में अभी हलचल जारी है। आने वाले दिनों में आरएलएम के रुख और नेतृत्व की प्रतिक्रिया पर सबकी नजरें रहेंगी।
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