Bihar Mahagathbandhan Manifesto : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए आज, मंगलवार को महागठबंधन ने पटना में अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। महागठबंधन ने अपने चुनावी घोषणा पत्र का नाम ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ रखा है। जिसके बाद बिहार में सियासी माहौल गर्म हो गया है। महागठबंधन ने इस घोषणापत्र में हर परिवार को सरकारी नौकरी, भूमिहीनों को जमीन, 200 यूनिट फ्री बिजली जैसे 25 बड़े वादे शामिल हैं।
महागठबंधन ने जारी किया मेनिफेस्टो
महागठबंधन ने मंगलवार को पटना के होटल मौर्या में अपने ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ नामक घोषणा पत्र जारी किया। इसमें हर परिवार से एक सदस्य को 20 महीने में सरकारी नौकरी देने, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, महिलाओं को आर्थिक सहायता सहित कई प्रमुख वादे किए गए हैं। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, VIP, वाम दल समेत सभी सहयोगी दलों के नेता मौजूद रहे। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि महागठबंधन ने सबसे पहले मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया और अब पहला घोषणा पत्र भी जारी किया है।
‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ के 25 वादें (Mahagathbandhan Menifesto)
- हर परिवार से एक सदस्य को 20 महीने में सरकारी नौकरी
- जीविका दीदियों को सरकारी दर्जा
- सभी संविदा और आउटसोर्स कर्मियों को स्थायी किया जाएगा
- आईटी, कृषि, डेयरी, और टूरिज्म सेक्टर में नए रोजगार सृजन
- पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली
- महिलाओं के लिए ‘माई-बहिन मान योजना’
- वृद्ध, विधवा और दिव्यांगों के लिए मासिक पेंशन बढ़ाकर 3,000 रुपये
- हर परिवार को 200 यूनिट मुफ्त बिजली
- माइक्रोफाइनेंस कंपनियों पर नियंत्रण और महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानून
- प्रतियोगी परीक्षाओं के फॉर्म और फीस में छूट, परीक्षा केंद्र तक मुफ्त यात्रा सुविधा
- हर अनुमंडल में महिला कॉलेज और सभी 136 प्रखंडों में डिग्री कॉलेज की स्थापना
- शिक्षकों और स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती गृह जिले से 70 किमी के दायरे में
- किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंडी व्यवस्था की बहाली
- हर परिवार को 25 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा
- मनरेगा मजदूरी 300 रुपये और कार्यकाल 200 दिन
- ‘अतिपिछड़ा अत्याचार निवारण अधिनियम’ का पारित
- आरक्षण सीमा 50% से बढ़ाकर 55% (संविधान में भेजा जाएगा)
- पंचायतों में अतिपिछड़ों का आरक्षण 20% से बढ़ाकर 30%
- अपराध पर Zero Tolerance नीति, पुलिस अधिकारियों का निश्चित कार्यकाल
- अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा, वक्फ संशोधन विधेयक पर रोक
- प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष विभाग और ‘बिहार मित्र केंद्र’ शहरों में
- पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय दोगुना, बीमा एवं पेंशन योजना
- PDS डीलरों का मानदेय और अनुकंपा नियुक्ति की उम्र सीमा समाप्त
- परंपरागत जातियों जैसे नाई, कुम्हार, लोहार को 5 लाख रुपये ब्याज-मुक्त सहायता
- दिव्यांग विकास कार्यक्रम, हर पंचायत में दिव्यांग मित्र की नियुक्ति एवं आरक्षण
महागठबंधन ने NDA को दिया बड़ा संदेश
महागठबंधन का यह तेजस्वी प्रण पत्र (घोषणा पत्र) बिहार के आगामी चुनावों में महागठबंधन की नई रणनीति और वादों का विस्तृत एजेंडा है, जो समाज के विभिन्न वर्गों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। वहीं महागठबंधन ने पहले ही राजद नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया है। सीएम फेस के बाद अब चुनावी घोषणा पत्र भी तेजस्वी यादव के नाम पर रखकर महागठबंधन ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं, एक तो एनडीए को यह संदेश दिया है कि महागठबंधन में अभी दल संगठित और एकजुट हैं और दूसरा ये कि बिहार में महागठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस नहीं बल्कि राजद करेगा।
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