देश में सनातन धर्म और सनातनी ग्रंथों के खिलाफ बेहूदा बयान देने का सिलसिला नहीं थम रहा है. DMK के स्टालिन के बाद अब RJD के नेता और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बदजुबानी कर दी है.
बिहार के शिक्षा मंत्री और RJD नेता चंद्रशेखर ने एक बार फिर से रामचरितमानस पर अनर्गल टिप्पणी है. उन्होंने कहा है कि- ‘रामचरितमानस पोटेशियम साइनाइड’ है. जबतक ये पोटेशियम साइनाइड रहेगा तबतक मैं इसका विरोध जारी रखूंगा। चंद्रशेखर 14 सितंबर को पटना में बिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रह थे. इस दौरान उन्होंने रामचरितमानस की एक चौपाई को दोहराते हुए उसका गलत अर्थ बताया और लोगों को गुमराह करने की कोशिश की.
चंद्रशेखर ने रामचरितमानस के अरण्य कांड की एक चौपाई सुनाई -”पूजहि विप्र सकल गुण हीना, शूद्र न पूजहु वेद प्रवीणा।”
और इसका मतलब बताते हुए कहा- क्या गुण हीन विप्र पूजनीय हैं और गुण युक्त शूद्र वेद के जानकार होने पर भी पूजनीय नहीं हैं? हमें बताएं कि जब सब के पूर्वज चिम्पांजी थे तो ये जातियां कहां से आईं?
हैरानी की बात ये है कि ऐसा कहने वाले शख्स बिहार के शिक्षा मंत्री हैं जो चिम्पांजी को इंसानों का पूर्वज बता रहे हैं. और रामचरितमानस की चौपाई का गलत अर्थ बताकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं.
जबकि इस चौपाई का असली अर्थ है ”जो विप्र मतलब ब्रह्मण अर्थात ज्ञानी है वह सभी गुणों से हीन अर्थात मूर्ख को भी यता उचित सम्मान देता है परंतु जो शूद्र, गावर अर्थात मूर्ख है अनपढ़ है वह वेदों का ज्ञान रखने वाले व्यक्ति को भी सम्मान नहीं देता”
JDU विधायक से सुना दिया
चंद्रशेखर के इस बयान के बाद बवाल मच गया है. बिहार में RJD की सहयोगी पार्टी JDU विधायक संजीव कुमार ने कहा ‘चंद्रशेखर करैत सांप हैं. अगर ये नहीं सुधरे तो चुनाव में जनता सुधार देगी। शिक्षा मंत्री मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं और बिहार की जनता इन्हे सीरियसली नहीं लेती। बिहार और बिहार की जनता को बदनाम कर रहे है और समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं.
कांग्रेस बोली- शिक्षा में ध्यान दो
इस मामले में कांग्रेस ने भी अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा है कि- शिक्षा मंत्री को रामचरितमानस, बाइबल, कुरान से ज्यादा शिक्षा में ध्यान देना चाहिए। इससे बच्चों को लाभ मिलेगा। धर्मग्रंथों के बारे में सबको पता है वह नफरत नहीं सिखाता।
गिरिराज सिंह बोले- लालू-नितीश भी सनातन को खत्म करना चाहते हैं
इस मामले में गिरिराज सिंह का बयान आया है. उन्होंने कहा- विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक और दूसरी बैठक के बाद मुंबई में हुई तीसरी बैठक में शामिल दलों ने यह तय कर लिया है कि सनातन और हिन्दुओं को समाप्त करना है. इसका ठेका सबसे पहले स्टालिन के कुनबे को दिया गया. इसमें लालू-नितीश कैसे पीछे रह सकते थे?