Bihar Election 2025: अबकी बार बिहार में किसकी सरकार

Bihar Assembly Election 2025/ Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: साल 2025 के अंत होने से पहले बिहार में नई सरकार स्थापित हो जाएगी। अक्टूबर-नवंबर में बिहार में विधानसभा चुनाव होने है और बी भारतीय जनता पार्टी अपने प्रचार प्रसार में लग गई है जबकि विपक्ष अभी आपसी तालमेल बैठाने में ही लगा हुआ है. बिहार में BJP और JDU मिलकर चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं, INDI Alliance का भी साथ मिलकर चुनाव लड़ना कन्फर्म है मगर ये तो पक्की बात है कि विपक्ष में सीट शेयरिंग को लेकर झगड़ा जरूर होगा।

अमित शाह ने फूंका बिगुल

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की तरफ से बिगुल फूंक दिया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिनों के बिहार दौरे पर हैं। गोपालगंज में जनसभा को संबोधित करते उन्होंने हुए कहा, ‘बिहार को तय करना है कि लालू-राबड़ी के जंगलराज की ओर जाना है या मोदी-नीतीश के विकास की राह पर जाना है। शाह ने लालू यादव और कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कहा- ‘जो काम कांग्रेस पार्टी 65 साल में नहीं कर पाई, वो मोदी सरकार ने 10 साल में किया है। NDA की पांच साल और सरकार बनाइए।’ शाह ने दावा किया कि ‘अगर हमारी फिर से सरकार बनती है तो हम बिहार को बाढ़ से मुक्त करा देंगे। बंद चीनी मिलों को फिर से शुरू करेंगे।

बिहार में विधानसभा सीटें

बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं और मौजूदा वक़्त में यहां RJD के पास 75 सीटें हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास 74 सीटें हैं इसी प्रकार JDU के पास 43, कांग्रेस के पास 19, MGB के पास 12 और JDSF के पास 5 सीटें हैं. NDA दल के पास 122 सीटें हैं यानी बहुमत से 3 ज्यादा और INDI दल के पास 110. यानी दोनों के बीच जीत का अंतर ज्यादा नहीं है. ऐसा माना जा रहा है कि इस बार NDA और INDIA में कांटे की टक्कर होने वाली है.

नीतीश कुमार के कारण बिगड़ेगा खेल

पिछले कुछ दिनों से बिहार सीएम नीतीश कुमार का बर्ताव बड़ा अजीब है. वह हर किसी के पैर छु रहे हैं, विधानसभा सत्र में अजीब-अजीब चेहरे बना रहे हैं, राष्ट्रीय गान के दौरान सावधान नहीं खड़े हो पा रहे हैं. ऐसे में विपक्ष यह साबित करने में लगा है कि नीतीश कुमार अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। बिहार में विपक्ष यही नैरेटिव सेट करने में लगा है. ऐसा कहा जा रहा है कि बिहार की जनता को अब नीतीश कुमार में अपना सीएम नहीं दिखाई पड़ता। यही वजह रही कि पिछले चुनाव में उनकी पार्टी की 28 सीटें कम हो गईं.

इधर इंडि अलायंस को लेकर कुछ भी कहना जल्दबाज़ी है. पिछली बार RJD ने 144 तो कांग्रेस ने 70 सीटों में अपने उम्मीदवार उतारे थे. अब सीट शेयिंग को लेकर दोनों गुटों में मतभेद देखने को जरूर मिलेगा। कांग्रेस ज्यादा सीट की डिमांड कर सकती है.

वैसे इस बार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी मैदान में उतरने वाली है. कुछ कहा नहीं जा सकता कि बिहार की जनता कहीं दोनों दलों को रिजेक्ट करते हुए जन सुराज का साथ देदे।

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