झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम गिरफ्तार। इससे कांग्रेस पार्टी को झारखंड में हुआ बड़ा नुकसान। आलमगीर आलम ईडी की हिरासत में रहेंगे।
झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने 16 मई बुधवार को देर रात गिरफ्तार कर लिया। मंत्री आलमगीर 6 दिन तक प्रवर्तन निदेशालय (ED) के हिरासत में रहेंगे। पिछले दिनों ईडी ने उनके सचिव संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के फ्लैट से 35.23 करोड़ रुपए मिले थे। इस मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले में ईडी ने आलमगीर आलम को 14 मई को पूछताछ के लिए बुलाया। उसे दिन 6 घंटे पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
चंपई सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम इस मामले में बुधवार को फिर से लगातार दूसरे दिन भी पूछताछ के लिए रांची स्थित ईडी ने दफ्तर बुलाया। ईडी ने मंगलवार को उनसे सुबह साढ़े 10 बजे से लेकर देर शाम तक पूछताछ की। कई घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार की।
बता दें कि आलमगीर आलम को गिरफ्तार होने के बाद कांग्रेस पार्टी को झारखंड में बड़ी नुकसान बताया जा रहा है। मंत्री आलमगीर संताल परगना के एक बड़े अल्पसंख्यक चेहरा हैं। झारखंड सरकार में भी आलमगीर की हैसियत नंबर दो की थी। लोकसभा चुनाव के दौरान इनकी गिरफ्तारी से प्रदेश के सियासी हलके में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। संताल की सियासत में भी आलमगीर की गिरफ्तारी का असर पड़ने के पूरा आसार हैं।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो एक तरफ आलमगीर की गिरफ्तारी से अल्पसंख्यकों में सहानुभूति की लहर पैदा हो सकती है। जो की इसका फायदा इंडिया महागठबंधन गठबंधन को मिल सकता है। वहीं दूसरी तरफ लोगों का मानना है कि आलमगीर आलम के करीबी के यहां से करोड़ों की कैश बरामदगी के कारण यह भी दांव उलटा पड़ सकता है। इससे कांग्रेस पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है। मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी पर महागठबंधन के लोग कुछ बोलने से बच रहें हैं।