ED की बड़ी कार्रवाई: Vijay Deverakonda, Rana Daggubati, Prakash Raj समेत 29 पर मामला दर्ज

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तेलंगाना के हैदराबाद में साइबराबाद पुलिस की एक FIR के आधार पर 29 मशहूर हस्तियों के खिलाफ अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को प्रचारित करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। (ED Crackdown) इनमें प्रमुख अभिनेता विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda), राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati), प्रकाश राज (Prakash Raj), मांचू लक्ष्मी, निधि अग्रवाल, अनन्या नागल्ला और टीवी एंकर श्रीमुखी जैसे नाम शामिल हैं। (Betting App Scam) यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून (PMLA) के तहत की गई है और ईडी इन हस्तियों के वित्तीय लेनदेन और डिजिटल गतिविधियों की जांच कर रही है।

ईडी की जांच का आधार साइबराबाद पुलिस की ओर से मार्च 2025 में दर्ज एक FIR है, जिसमें मियापुर के व्यवसायी फणिंद्र शर्मा की शिकायत पर 25 व्यक्तियों पर अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया था। शिकायत में कहा गया कि ये सेलेब्रिटीज और इन्फ्लूएंसर्स ऑनलाइन पॉप-अप विज्ञापनों के जरिए जंगल रम्मी, A23, योयो 247, फेयरप्ले और जीत विन जैसे सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स को प्रचारित कर रहे थे, जिससे यूजर्स को गैरकानूनी जुए में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया गया। (Illegal Betting Apps) शर्मा ने दावा किया कि इन ऐप्स के प्रचार से लोग अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं।

FIR में राणा दग्गुबाती और प्रकाश राज पर जंगल रम्मी, विजय देवरकोंडा पर A23, मांचू लक्ष्मी पर योयो 247, प्रणीता सुभाष पर फेयरप्ले और निधि अग्रवाल पर जीत विन को प्रचारित करने का आरोप है। इनके अलावा, श्रीमुखी, श्यामला, वर्षिणी सौंदर्यजन, वसंती कृष्णन, शोभा शेट्टी, अमृता चौधरी, नयनी पावनी, नेहा पठान, पांडु, पद्मावती, हर्षा साई और बय्या सनी यादव जैसे टीवी कलाकार, यूट्यूबर्स और इन्फ्लूएंसर्स भी जांच के दायरे में हैं।

प्रकाश राज ने X पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने 2016 में एक गेमिंग ऐप का प्रचार किया था, लेकिन 2017 में इसे अनुचित समझकर इससे पीछे हट गए और तब से किसी भी सट्टेबाजी ऐप का प्रचार नहीं किया। (Prakash Raj Clarification) राणा दग्गुबाती ने भी कहा कि उनका एक स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म के साथ प्रचार 2017 में खत्म हो गया था और यह केवल कानूनी रूप से अनुमत क्षेत्रों तक सीमित था। (Rana Daggubati Defense) विजय देवरकोंडा ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने A23 जैसे स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म का प्रचार किया, जो सुप्रीम कोर्ट के अनुसार जुए से अलग है।

ईडी का मानना है कि इन सट्टेबाजी ऐप्स ने अवैध जुए के जरिए करोड़ों रुपये की “गैरकानूनी” कमाई की, और ये प्रचार अभियान मनी लॉन्ड्रिंग में सहायक हो सकते हैं। (Money Laundering) जांच में इन हस्तियों को मिले भुगतान और इन ऐप्स से जुड़े वित्तीय लेनदेन की जांच की जा रही है। ईडी जल्द ही आरोपियों को पूछताछ के लिए बुला सकती है और अगर मनी लॉन्ड्रिंग का सबूत मिला तो गिरफ्तारी भी संभव है।

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