भोपाल। मध्यप्रदेश के चहूमुखी विकास को लेकर एमपी सरकार लगातार निणर्य ले रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार की देर शाम मंत्रालय में निवेश संवर्धन पर मंत्रि-परिषद समिति की बैठक में विभिन्न प्रस्तावों पर मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा किए है।
इन प्रस्तावों पर चर्चा
बैठक दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत भोपाल में डेटा सेंटर, इंदौर में आईटी इंफ्रा डेवलपर, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के अंतर्गत सिंगरौली में सासन पॉवर लिमिटेड के पुनर्विलोकन अभ्यावेदन के अलावा रतलाम में फेरौ अलॉय, भिण्ड में प्लाईबोर्ड, मुरैना और धार में खाद्य प्र-संस्करण, नीमच में सीमेंट सेक्टर और रायसेन में पेपर, प्लास्टिक एंड पैकेजिंग की इकाईयों के प्रस्तावों का परीक्षण करने के निर्देश दिए। इससे इन इकाईयों को राज्य सरकार द्वारा घोषित नई उद्योग संवर्धन नीतियों के प्रावधानों के अंतर्गत विभिन्न रियायतें प्रदान की जा सकेंगी।
यह होगा लाभ
बैठक में जानकारी दी गई कि नवीन प्रस्तावों से लगभग 13 हजार व्यक्तियों को रोजगार प्राप्ति की संभावनाएं है। भोपाल में बड़वई आईटी पार्क प्रारंभ होने से 870 लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। सुपर कॉरिडोर इंदौर में आईटी इंफ्रा डेवलपर से लगभग 10 हजार, भिण्ड में प्लाई बोर्ड सेक्टर से 750, मुरैना में खाद्य प्र-संस्करण इकाई से 320, धार जिले में खाद्य प्र-संस्करण इकाई से 549, नीमच जिले में सीमेंट इकाई से 556 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।