India-China Border Dispute : पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच पिछले कई सालों से चल रहा तनाव अब कम होने लगा है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी है कि भारतीय और चीनी सैन्य वार्ताकार एक समझौते पर पहुंच गए हैं। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को जानकारी दी कि एलएसी पर गश्त को लेकर दोनों देशों के बीच समझौता हो गया है।
दोनों देशों के बीच सहमति बन गई है। India-China Border Dispute
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया है कि पिछले कुछ हफ्तों में भारत और चीन के वार्ताकार इस मुद्दे पर संपर्क में हैं और एक समझौते पर पहुंच गए हैं। विदेश सचिव ने कहा कि भारत और चीन के बीच बातचीत के बाद एलएसी पर गश्त को लेकर सहमति बन गई है।
रूस एक बार फिर इस दिशा में आगे बढ़ रहा है।
भारत और चीन के बीच डोकलाम में जब दोनों देशों के बीच तनाव था, तब रूस ने उस गतिरोध को कम करने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं, तीन साल पहले गलवान में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन ने कई दौर की बातचीत की थी, लेकिन तनाव खत्म करने के लिए उनके बीच कोई सहमति नहीं बन पाई थी। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले दोनों देशों के बीच हुए समझौते का कई मायनों में आकलन किया जाएगा। वहीं, इस सम्मेलन के जरिए रूस यह प्रदर्शित करेगा कि वह वास्तव में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है जो इस तरह के नए समूह का नेतृत्व कर रहा है।
तनाव कम होने की संभावना India-China Border Dispute
पिछले कुछ समय से पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन दोनों की ओर से बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती की गई थी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा है कि हालिया समझौते से दोनों देशों के बीच तनाव कम हो रहा है और अंतत: साल 2020 में इन इलाकों में पैदा हुए मुद्दों का समाधान हो रहा है। आपको बता दें कि साल 2020 में लद्दाख के गलवान में भारत और चीन की सेनाओं के बीच बड़ी झड़प हुई थी। इसमें दोनों देशों की सेनाओं को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था।
रूस में पीएम मोदी और जिनपिंग आमने-सामने होंगे।
भारत और चीन के बीच इस सफल समझौते की घोषणा पीएम मोदी के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होने से ठीक पहले की गई है। इस साल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन रूस के कज़ान में होने जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी हिस्सा लेंगे। रूस में दोनों देशों के नेता आमने-सामने होंगे। हालांकि, अभी तक दोनों नेताओं के बीच किसी बैठक को लेकर कोई अपडेट नहीं आया है।