चारधाम यात्रा। देश की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा चारधाम की यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। इसके लिए केेदारनाथ, बद्रीनाथ आदि स्थानों पर तैयारी भी शुरू हो गई है। बाबा केदारनाथ के पूरे परिसर को फूलों से सजाया जा रहा है। चारधाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु भी तैयारी में लगे है कि बाबा के दर्शन होगे और वे धार्मिक यात्रा करेगे। प्रशासन स्तर से इस यात्रा को लेकर तैयारी की जा रही है। 28 अप्रैल को बाबा की डोली ओकरेश्वर से उठी है। 2 मई को बाबा के दर्शन होगे।
2 मई और 4 मई को खुलेगे द्वार
जानकारी के तहत गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा की शुरुआत होगी। 2 मई को केदारनाथ धाम और 4 मई को बद्रीनाथ धाम के द्वार खुलेगे। ऐसे में 2 मई से भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे। चारधाम यात्रा का बहुत मंहत्व है। बताते है कि यह यात्रा आत्मशुद्धि, पापों से मुक्ति और मोक्ष प्राप्ति के उद्देश्य से की जाती है. चार धामों की यात्रा करने से व्यक्ति के समस्त पाप धुल जाते हैं और पुण्यों के साथ-साथ उन्हें भगवान का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
शासन-प्रशासन स्तर से चारधाम यात्रा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इ्रंतजाम किए गए है। जम्मू-कश्मीर में हुए आंतकी हमले के बाद चारधाम यात्रा में सरकार और प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना है और हर स्थित पर नजर रखी जा रही है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पैदल मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही धाम में यात्रियों को धूप और बारिश से बचाने के लिए 400 मीटर लंबा रेन शेड बनाया गया है। प्रशासन ने यमुनोत्री मार्ग पर जाम की स्थिति ना बनें, इसके लिए पूरी तैयारी कर ली हैं। जिससे आने वाले तीर्थ यात्रियों को इस बार जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा. बताते चलें कि इस बार केदारनाथ धाम में भी श्रद्धालु टोकन सिस्टम से दर्शन कर सकेंगे। अगर यमुनोत्री धाम में भीड़ बढ़ती है, तो नए बनाए गए हेलीपैड मार्ग पर भी लोगों को डायवर्ट किया जाएगा।