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मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की न्याय यात्रा

BHARAT JODO NYAY YATRA

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कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह बात भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान रविवार 3 फरवरी को ग्वालियर में कही. उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अंबानी के यहां बेटे की शादी हो रही है. वहां दुनियाभर के लोग आ रहे हैं. यहां आप लोग भूखे मर रहे हैं. इससे पहले राहुल ने ग्वालियर के देवास गार्डन में अग्निवीरों और पूर्व सैनिकों से संवाद किया।

Bharat Jodo Nyay Yatra in MP: मध्यप्रदेश में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का 3 फरवरी को दूसरा दिन है. उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान कहा कि आज देश में पिछले 40 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है. यह पाकिस्तान की तुलना में दोगुनी है. हमारे पास बांग्लादेश-भूटान से भी अधिक बेरोजगारी युवा हैं क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी और जीएसटी लागू करके छोटे व्यवसायों को खत्म कर दिया है.

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह बात भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान रविवार 3 फरवरी को ग्वालियर में कही. उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अंबानी के यहां बेटे की शादी हो रही है. वहां दुनियाभर के लोग आ रहे हैं. यहां आप लोग भूखे मर रहे हैं. इससे पहले राहुल ने ग्वालियर के देवास गार्डन में अग्निवीरों और पूर्व सैनिकों से संवाद किया। मोहना में रोड शो किया।

यात्रा के शेड्यूल में बदलाव के मुताबिक राहुल पहले दिल्ली और फिर वहां से बिहार की राजधानी पटना पहुंचे हैं. वे पटना में I.N.D.I.A. गठबंधन की रैली में शामिल होंगे। 4 मार्च को यात्रा पूर्व शेड्यूल के मुताबिक रहेगी। नासिक पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर ग्वालियर पुलिस ने राहुल गांधी की सुरक्षा बढ़ाई है. सूत्रों के मुताबिक, नासिक पुलिस ने बताया कि कुछ दिन पहले गुमनाम शख्स ने कन्ट्रोल रूम में फोन कर भारत जोड़ो न्याय यात्रा में ब्लास्ट करने की धमकी दी थी. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.

सरकार सिर्फ निजीकरण कर रही है

राहुल गांधी बोले देश के 73% लोग बड़े-बड़े अस्पतालों, निजी स्कूलों के मैनेजमेंट में नहीं दिखते हैं लेकिन मनरेगा, ठेका मजदूरों की लिस्ट में दिख जाएंगे। अगर ये 73% लोग मनरेगा, ठेका, मजदूरों की लिस्ट में दिख सकते हैं तो ये लोग बड़े-बड़े अस्पतालों, निजी स्कूलों, कंपनियों के मैनेजमेंट में क्यों नहीं? पहले सरकारी नौकरियां थी तो इन 73% लोगों की भागीदारी मिलती थी, अब सब कुछ प्राइवेट कर रहे हैं.

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