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भानगढ़ किला प्रेम और श्राप की सुन्दर और रूहानी धरोहर

honted story of bhangarh fort

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राजस्थान के भानगढ़ का किला इस किले की खुबसूरती हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित कर लेती है, ये एक प्राचीन धरोहर है। लेकिन ये अपनी खूबसूरती से ज्यादा अपनी डरावनी और भयानक प्रेम कहानी की वजह से फेमस है। एक ऐसी प्रेम कहानी जिसने प्रेम की परिभाषा बदल कर उसे श्राप में बदल दिया। राजकुमारी की ये प्रेम कहानी पूरे गांव को मौत के मुंह में घसीट ले गई।

तांत्रिक और राजकुमारी की प्रेम कहानी

ये प्रेम कहानी आज से कई साल पहले की है जब इस किले में ”रत्नावती” नाम की राजकुमारी रहती थी जो अपनी सुंदरता के लिए पूरे राजस्थान में पहचानी जाती थी। हर कोई उसकी खूबसूरती का कायल था. मानो आसमान से कोई अप्सरा उतर कर पृथ्वी पर आ गई हो। राजकुमारी की खूबसूरती का दीवाना हर कोई था, लेकिन कोई एक ऐसा था जो कि उस राजकुमारी का दीवाना नहीं बल्कि एक सरफिरा आशिक था। जो बस उसे पाने के बारे में सोचता था. वो था भानगढ़ का काला जादू करने वाला एक प्रसिद्ध तांत्रिक ”सिंधु सेवड़ा” जो कि राजकुमारी को पाने के लिए हर तरीके के हथकंडे अपना रहा था।

तांत्रिक ने दिया राजकुमारी और शहर को श्राप

एक दिन राजकुमारी की दासी बाजार में इत्र लेने गई थी तभी ये बात उस तांत्रिक को पिता चली जो राजकुमारी को पाना चाहता था, उस तांत्रिक ने चुपके से दासी को काले जादू वाली इत्र की शीशी दे दी ताकि राजकुमारी इस इत्र को सूंघते ही मोहित हो जाए और तांत्रिक के पास आ जाए, लेकिन राजकुमारी किसी के द्वारा तांत्रिक की ये चाल पता चल गई। और राजकुमारी ने वो शीशी एक बड़े से चट्टान पे दे मारी जो असर राजकुमारी पर होना था उसका उल्टा असर उस चट्टान पर हो गया और वो चट्टान सीधा तांत्रिक पर जा गिरा जिसकी वजह से तांत्रिक चट्टान के नीचे दब गया और मरते वक्त क्रोध में उस तांत्रिक ने श्राप दिया कि इस पूरे राज्य का सर्वनाश हो जायेगा। शुरू में इस श्राप पर किसी में गौर नहीं किया लेकिन श्राप के कुछ समय बाद ही पूरा राज्य दुश्मनों के हमलों और बीमारी से नष्ट हो गया। लोगों का मानना था कि ये अब उस तांत्रिक द्वारा दिए गए श्राप की वजह से हुआ है।

सरकार ने किले पर लगाए सख्त नियम

ऐसा माना जाता है कि उस किले में आज भी उस तांत्रिक की आत्मा है जिसने राजकुमारी की आत्मा को बांध रखा है रात होते ही किले से मंत्रों की आवाज लोगों के रोने की और पायल की आवाजें आती हैं। इतना ही नहीं उस किले में जो भी व्यक्ती सूर्यास्त के बाद गया वो गायब हो गया। इस वजह से सरकार ने 6 बजे के बाद उस किले में जाने से पाबंदी लगा रखी है।

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