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Space में Defence Sector का होगा बोलबाला, एक्सपर्ट ने कहा उठा लो Stocks!

Akash Teer india's Self Defence Technique

Akash Teer india's Self Defence Technique

Best Stock to Buy: Defence stocks आने वाले समय में एक बार फिर से उड़ने वाले हैं जिनमें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) डिफेंस कंपनियों के शेयर लगातार फोकस में हैं. आने वाले दिनों में भी ये शेयर चर्चा में रह सकते हैं. दरअसल, इन्हें सरकार द्वारा 52 डेडिकेटेड मिलिट्री सर्विलांस सैटेलाइट की फास्ट-ट्रैकिंग से फायदा मिलने की संभावना है. भारत इन नेक्स्ट जनरेशन के सैटेलाइट्स को डिजाइन, निर्माण और तैनात करेगा.

HAL और BEL Share Prices

इसमें इसरो और DRDO पहले 21 का प्रोडक्शन और लॉन्च करेंगे और प्राइवेट इंडस्ड्री बाकी 31 का मैनेजमेंट करेंगे. बता दें कि आज बुधवार को HAL के Share की कीमत 4,859.90 रुपये और BEL के Share की कीमत 423 रुपये है.

HAL का Plan

गौरतलब है कि, ब्रोकरेज फर्म InCred Equities ने कहा है, HAL स्पेस-बेस्ड सर्विलांस -III प्रोग्राम (SBS-III) इंडियन लॉन्च व्हीकल्स की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी करेगा. कई नए सैटेलाइट्स छोटे-से-माइक्रोसैट कैटेगरी के होंगे. यह सीधे तौर पर HAL के SSLV को प्रभावित करता है. एक चुस्त लॉन्च सर्विस के साथ, HAL SBS-III बेड़े के कुछ हिस्सों को लॉन्च करने के लिए ऑर्डर जीत सकता है, जो डिफेंस सेक्टर के लिए डिमांड के साथ लॉन्च कैपासिटी प्रदान करेगा.

क्या है Target Price

इस बीच, ब्रोकरेज फर्म ने HAL पर एड रेटिंग दी है और 6,325 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है. बता दें कि जून में भारतीय स्पेस रेगुलेटरी (IN-SPACe) ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स को संपूर्ण SSLV प्रौद्योगिकी पैकेज प्राप्त करने का ऑर्डर दिया था. SSLV सौदा HAL को एक नई व्यावसायिक लाइन प्रदान करता है. ToT के लिए भुगतान किए गए 511 करोड़ रुपये ISRO के प्रशिक्षण और दो विकास वाहनों को कवर करते हैं. उसके बाद HAL अपने दम पर SSLV रॉकेट को लॉन्च या सेल कर सकता है.

इनक्रेड इक्विटीज ने कहा कि बहुत छोटे एसएसएलवी की कीमत प्रति लॉन्च 40-80 करोड़ रुपये हो सकती है. अगर एचएएल 60-80 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की दर से 10 एसएसएलवी प्राप्त करता है, तो यह एक बार के 511 करोड़ रुपये के शुल्क के अलावा प्रति वर्ष 600-800 करोड़ रुपये का राजस्व होगा.

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स की योजना

BEL को SBS-III प्रोग्राम से लाभ मिलने की उम्मीद है। नए सैटेलाइट को सोफिस्टिकेशन रडार और संचार पेलोड की आवश्यकता होगी. उदाहरण के लिए, माइक्रोवेव बैंड में काम करने वाले सिंथेटिक-एपर्चर रडार (एसएआर) सेंसर. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के मामले में, रक्षा पीएसयू स्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स में तेजी से विस्तार कर रहा है. इसने स्वदेशी अंतरिक्ष-ग्रेड ट्रैवलिंग-वेव ट्यूब एम्पलीफायर (TWTAs) और रडार इलेक्ट्रॉनिक्स का उत्पादन करने के लिए ISRO के अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. इनक्रेड इक्विटीज ने बीईएल पर ‘एड’ रेटिंग और 459 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है.

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