best-gardening-tips-for-garden-lovers-before-the-rainy-season : जैसे ही बादल घिरते हैं और बारिश की फुहारें धरती से टकराने लगती हैं, वैसे ही गार्डनिंग लवर्स के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। लेकिन मानसून से पहले गार्डन की सही तैयारी न की जाए तो हरियाली की खुशियां उलझ कर रह जाती हैं। बारिश से पहले की गई कुछ छोटी लेकिन स्मार्ट तैयारियां न केवल आपके पौधों को सुरक्षित रखेंगी बल्कि मानसून में हरियाली दोगुनी हो जाएगी।
इस लेख के माध्यम से हम आपको बता रहे हैं विफोर रेनी वेदर विफोर गार्डनिंग के कुछ बेस्ट टिप्स, जो आपके गार्डन को बनाएंगे मानसून फ्रेंडली।
सॉइल प्रेपरेशन-मिट्टी की सही तैयारी
भारी बारिश में मिट्टी का बहाव और जलभराव आम समस्या है। इसलिए रेनी सीजन से पहले मिट्टी में कम्पोस्ट,कोकोपीट और रेत मिलाएं ताकि ड्रेनेज सुधरे और पौधों की जड़ें गलें नहीं। गार्डन बेड को थोड़ा ऊंचा कर दें ताकि पानी का भराव न हो और हर बेड के बगल से पानी निकलने की गली जरूर बनाएं।
प्लांट शिफ्टिंग – सही जगह पर रखें गमले
- ज्यादा पानी से बचाव के लिए प्लांट पॉट्स को ऐसी जगह रखें जहां पानी जमा न हो।
– छायादार पौधों को ज्यादा बरसात से बचाने के लिए शेड या ग्रीन नेट के नीचे रखें।
प्रूनिंग यानी अनावश्यक टहनियों की छंटाई करें
- बारिश से पहले सूखी, रोगी या फैलती शाखाओं को काट देना ज़रूरी है।
- इससे पौधे स्वस्थ रहते हैं और संक्रमण से बचते हैं।
फर्टिलाइजिंग – सही खाद का इस्तेमाल
- बारिश में फर्टिलाइजर बह जाने की संभावना होती है, इसलिए प्री-मानसून में ऑर्गेनिक खाद डालें जैसे वर्मीकम्पोस्ट या नीम खली।
- सिंथेटिक खाद से बचें, ये बारिश में घुलकर नुकसान कर सकती है।
वीड कंट्रोल – खरपतवार पर लगाम लगाएं
बरसात में वीड्स (खरपतवार) तेजी से उगते हैं।बारिश से पहले ही मल्चिंग करें या वीड मैट बिछाएं जिससे अनचाही घास न पनपे।
ड्रेनज और वाटर लॉगिंग से बचाव
गार्डन के आसपास ड्रेनेज सिस्टम चेक करें ताकि बारिश का पानी न रुक ।
गमलों के नीचे छेद का सही और साफ हों या स्टैंड पर रखें ताकि पानी निकले।
इंसेक्ट कंट्रोल कीटों से बचाव की तैयारी
बारिश में फंगल इंफेक्शन और कीट ज्यादा होते हैं। इसलिए इससे सुरक्षा बेहद जरूरी है। इसके लिए
नीम ऑयल स्प्रे या घर में बना ऑर्गेनिक कीटनाशक तैयार रखें।
रेन हार्वेस्टिंग-वर्षा जल का संकलन करें
गार्डन के पास रेनवाटर कलेक्शन सिस्टम लगाकर बरसाती पानी को स्टोर करें और पौधों के लिए इस्तेमाल करें।
बीज बोना – सही पौधों का चुनाव करें
- मानसून में उगने वाले पौधों जैसे तुलसी, धनिया, लोबिया, सेम, गेंदे आदि के बीज बारिश से पहले बोएं। क्योंकि इस समय लगाए गए पौधों के ग्रोथ बेहतर होती है। गार्डन टूल्स की मेंटेनेंस
बारिश से पहले अपने गार्डनिंग टूल्स की सफाई और ऑयलिंग करें।इन्हें सूखी और सुरक्षित जगह रखें ताकि जंग न लगे।
विशेष :- मानसून, गार्डनिंग का सबसे खूबसूरत समय होता है, बशर्ते आप इसकी तैयारी समय पर कर लें। यह मौसम जहां पौधों की ग्रोथ को बूस्ट करता है, वहीं थोड़ी सी लापरवाही नुकसानदेह भी हो सकती है। ऊपर दिए गए टिप्स अपनाकर आप अपने गार्डन को न केवल सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि उसे और ज्यादा सुंदर, स्वस्थ और हरा-भरा बना सकते हैं।