India UK Trade Deal से भारत और आम भारतीयों को क्या फायदा?

Benefits Of India UK Trade Deal: भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार (India UK Trade Deal Explain Hindi) समझौता हो गया है। तीन साल की लंबी बातचीत और 14 दौर की चर्चा के बाद यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देगा और आम भारतीयों के लिए कई उत्पादों (UK Products Will Be Cheaper For Indians) को सस्ता करेगा। इस समझौते से भारत के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, और भारतीय उपभोक्ताओं को सस्ते आयातित सामान का लाभ मिलेगा।

भारत ब्रिटेन ट्रेड डील से आम भारतीयों को क्या फायदा?

What benefit do common Indians get from India-UK trade deal?
  • लक्जरी कारें और मोटरसाइकिलें सस्ती होंगी: यूके से आयातित लक्जरी कारों जैसे जगुआर, लैंड रोवर, रोल्स-रॉयस, बेंटले और एस्टन मार्टिन पर आयात शुल्क 100-125% से घटकर 10% हो जाएगा। इससे इन कारों की कीमतें काफी कम होंगी, जिससे मध्यम और उच्च आय वर्ग के भारतीय उपभोक्ताओं को फायदा होगा। उदाहरण के लिए, यूके से आयातित ट्रायम्फ मोटरसाइकिलें, जैसे रॉकेट 3, भी सस्ती होंगी।
  • ब्रांडेड कपड़े और जूते सस्ते होंगे: यूके के ब्रांडेड कपड़े, जूते और होमवेयर उत्पादों पर आयात शुल्क में कमी आएगी, जिससे लश, जॉन स्मेडली जैसे ब्रांड्स के प्रीमियम फैशन उत्पाद भारतीय बाजार में सस्ते होंगे। यह फैशन के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है।
  • व्हिस्की और जिन की कीमतें घटेंगी: यूके से आयातित स्कॉच व्हिस्की और जिन पर टैरिफ 150% से घटकर 75% होगा, और अगले दस वर्षों में यह 40% तक कम हो जाएगा। इससे भारतीय उपभोक्ताओं को प्रीमियम शराब सस्ते दामों पर मिलेगी।
  • रोजगार और सेवा क्षेत्र में अवसर: यह समझौता भारतीय पेशेवरों, खासकर आईटी और सेवा क्षेत्र में काम करने वालों के लिए यूके में काम करने की प्रक्रिया को आसान बनाएगा। इससे भारतीय युवाओं को विदेश में रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

भारत ब्रिटेन ट्रेड डील से भारत को क्या लाभ?

What benefits does India get from the India-UK trade deal?
  • निर्यात में वृद्धि: भारत से यूके को निर्यात होने वाले 99% सामानों पर शुल्क शून्य हो जाएगा। टेक्सटाइल, चमड़ा, जूते, गहने, ऑटो कंपोनेंट, मरीन प्रोडक्ट्स, और इंजीनियरिंग सामान जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्रों को विशेष लाभ होगा।
  • भारतीय निर्माताओं को फायदा: महिंद्रा, रॉयल एनफील्ड, टीवीएस, और बजाज जैसे भारतीय निर्माता यूके में अपने उत्पादों, खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों और मोटरसाइकिलों, को सस्ते दामों पर निर्यात कर सकेंगे। उदाहरण के लिए, महिंद्रा की बीई 6 और एक्सयूवी 9ई जैसी इलेक्ट्रिक एसयूवी यूके में प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उपलब्ध होंगी।
  • द्विपक्षीय व्यापार में उछाल: इस समझौते से भारत-यूके व्यापार 120 अरब डॉलर तक दोगुना होने की उम्मीद है। 2024 में भारत ने यूके से 650 करोड़ रुपये की कारें और 30 करोड़ रुपये की मोटरसाइकिलें आयात की थीं, और अब यह आयात सस्ता होगा।
  • स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा: जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) जैसे ब्रांड, जो टाटा मोटर्स के स्वामित्व में हैं, भारत में डिफेंडर और रेंज रोवर जैसे मॉडल्स का स्थानीय उत्पादन बढ़ा रहे हैं। इससे कीमतें 20 लाख रुपये तक कम हो सकती हैं, और भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।


यह समझौता भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ा अवसर है। यूके में भारत के टेक्सटाइल और चमड़ा उत्पादों को शून्य शुल्क का लाभ मिलेगा, जिससे छोटे और मध्यम उद्यमों को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, भारतीय उपभोक्ताओं को सस्ते लक्जरी सामान और शराब उपलब्ध होंगे, जिससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी। हालांकि, डीलर्स ने चेतावनी दी है कि आयात शुल्क में कमी की उम्मीद में कई अमीर ग्राहक अपनी बुकिंग्स को टाल रहे हैं, जिससे लक्जरी कार बाजार में अस्थायी ठहराव आ सकता है। यह समझौता भारत-यूके संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को मजबूत करेगा।

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