Benefits of Eating Ragi Millets: रागी जिसे हम मांडवा, नाचनी या finger millet में के नाम से भी जानते हैं। यह भारत के पारंपरिक अनाजों की सूची में एक बेहद ही पौष्टिक और सेहतमंद विकल्प है। आज भी आदिवासी और पहाड़ी इलाकों में छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक रागी को बड़े चाव से खाया जाता है। दक्षिण भारत और पहाड़ी इलाकों में रागी(ragi in hindi) रोजाना के आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हालांकि आधुनिक युग में फास्ट फूड और प्रोसेस्ड आहार ने लोगों की थाली में अपनी जगह बना ली है फिर भी रागी (nachani kya hota hai)जैसा पारंपरिक अनाज एक बार फिर से लोकप्रिय हो रहा है और इसे सुपरफूड की कैटेगरी में भी रखा गया है।

Gluten free रागी है सेहत के गुणों से भरपूर
रागी ग्लूटेन फ्री होता है ऐसे में सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों के लिए वरदान होता है। इसमें कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, फाइबर और अन्य आवश्यक विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। रागी शरीर को न केवल मजबूती देता है बल्कि गंभीर बीमारियों से भी बचाता है और आज के इस लेख में हम आपको रागी के इन्हीं फायदे के बारे में बताएंगे कि किस प्रकार फिंगर मिलेट (ragi in english)को अपने डेली रूटीन में शामिल करने से आप ना केवल हड्डियों को मजबूत(ragi for bones) बनाते हैं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी प्राप्त करते हैं।
रोजाना रागी के सेवन के लाभ (ragi khane se kya hota hai)
हड्डियों को दे मजबूती: रागी में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है, 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है जो हड्डियों और दांतों के लिए काफी सहायक होता है। ऐसे में छोटे बच्चों महिलाओं के लिए रागी किसी वरदान से काम नहीं।
डायबिटीज मरीजों के लिए उपयोगी: रागी का ग्लिसमिक इंडेक्स (glycemic index of ragi) बहुत ही कम होता है। यह ब्लड में धीरे-धीरे शुगर छोड़ता है इसकी वजह से ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ता और यह आसानी से पच भी जाता है जिसकी वजह से डायबिटीज के मरीजों के लिए यह सुरक्षित आहार है।
एनीमिया से बचाव: रागी में भरपूर मात्रा में आयरन भी पाया जाता है, इसके सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। दक्षिण भारत में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को रागी के लड्डू इसीलिए खिलाए जाते है जिससे मां और बच्चे स्वस्थ रहें।
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पाचन तंत्र को रखें फिट: रागी में फाइबर मौजूद होता है जिसकी वजह से कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। यह पाचन क्रिया को सुचारू बनता है और गट हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होता है।
बच्चों के लिए सुपर फूड: रागी बच्चों के लिए एक सुपर फूड होता है, यह काफी आसानी से पचता है और बच्चों के विकास के लिए इसमें भरपूर पोषक तत्व होते हैं। 6 माह से बच्चों के आहार में यदि रागी को शामिल कर लिया जाए तो बच्चों की हड्डियां और दांत मजबूत बनते हैं।
तनाव और मानसिक स्वास्थ्य में राहत: रागी में अमीनो एसिड और ट्राइप्टोफैन पाए जाते हैं यह दिमाग को शांत करता है और गहरी नींद लाने में मदद करता है। यह तनाव और चिंता को भी काम करता है जिससे मानसिक स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।