Site icon SHABD SANCHI

खुद का पेशाब पीने पर ट्रोल हुए परेश रावल! पूर्व प्रधान मंत्री भी ऐसा करते थे

खुद का पेशाब पीने के फायदे/ Benefits of drinking own urine: बॉलीवुड एक्टर और पूर्व भाजपा सांसद (Paresh Rawal) इस समय बहुत ट्रोल हो रहे हैं (Paresh Rawal Trolling). लोग यह कहकर परेश रावल का मजाक उड़ा रहे हैं कि भाजपाई गौमूत्र के गुण बताते-बताते अपने पेशाब के फायदे गिनाने लगे (Benefits Of Drinking Self Urine) हैं. दरअसल एक्टर परेश रावल का कुछ दिन पहले द लल्लनटॉप में इंटरव्यू उपलोड हुआ (Paresh Rawal Lallantop Urine Interview). इस इंटरव्यू में परेश रावल ने अपनी सेहत में सुधार होने के पीछे का रहस्य खुद की पेशाब का सेवन बताया।

उन्होंने कहा की एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने सुबह का पहला पेशाब (First morning urine) पीना शुरू किया और 15 दिन के अंदर उनके शरीर के अंदर चमत्कारिक रूप से परिवर्तन आने लगे. लेकिन इस दौरान उन्होंने शराब, मसालेदार भोजन, तम्बाकू को हाथ नहीं लगाया।

लोग इस बात को लेकर परेश रावल को ट्रोल करने लगे. कहने लगे कि परेश रावल पूरे भारत को शर्मिंदा कर रहे हैं.

लोग परेश रावल के बयान को RSS और बीजेपी से जोड़ने लगे. कहने लगे की भाजपाई और कोंग्रेसी हमेशा से पेशाब पीने की वकालत करते हैं. यहाँ तक की सो काल्ड फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने भी परेश रावल का मजाक उडाया।

परेश रावल की ट्रोलिंग जारी है, ये ट्रोलिंग इस लिए नहीं है कि उन्होंने अपना पेशाब पीने की बात कही, ट्रोलिंग इस लिए है क्योंकी वो RSS और भाजपा से जुड़े हुए हैं. क्योंकी खुद का पेशाब तो कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद और जनता पार्टी के पूर्व प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई (Morarji Desai) भी पीते थे.

मोरारजी देसाई अपना पेशाब पीते थे

Morarji Desai used to drink his urine: प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई ने स्वमूत्र आंदोलन चलाया था. वे अपना मूत्र पीते थे. उनका यह दावा था कि स्वयं का मूत्र पीने से व्यक्ति सेहतमंद रहता है. जून 1978 में मोरारजी जब बतौर प्रधान मंत्री अमेरिका गए थे तब उनसे पत्रकार ने पुछा था कि 82 की उम्र में आप सेहतमंद कैसे हैं? जब उन्होंने कहा था कि फल सब्जी, दही और लौंग के अलावा वे रोजाना अपना 100 ग्राम मूत्र पीते हैं.

उनकी ऐसी बात से पत्रकार हैरान रह गया था. उसने पुछा था कि यह तो सबसे गंदी बात है जो मैंने अबतक नहीं सुनी थी. तब मोरारजी देसाई ने खुद का पेशाब पीने के फायदे बताए थे.

उन्होंने तर्क किया कि जानवर खुद का मूत्र पीते हैं और सेहतमंद रहते हैं. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने मूत्र का अर्क तैयार किया है. आप दूसरों का मूत्र पी सकते हैं पर अपना क्यों नहीं?

क्या खुद का पेशाब पीने के फायदे हैं

Are there any benefits of drinking your own urine: खुद का पेशाब पीना कोई बुरी आदत या घिनौना काम नहीं है बल्कि एक थेरेपी है. जिसे यूरीन थेरेपी (Urine Therapy) या शिवांबू थेरेपी (Shivambu Therapy) कहा जाता है. आयुर्वेद के दामर तंत्र और वैकल्पिक चिकित्सा प्रणालियों में दावा किया जाता है कि पेशाब में औषधीय गुण (Medicinal properties of urine) होते हैं. जो शरीर को डिटॉक्स करते हैं और शरीर में रोग प्रतिरोधक बनाते हैं और स्किन को हेल्दी रखते हैं. इसे प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, पाचन समस्याओं, त्वचा रोगों, और कुछ पुरानी बीमारियों के इलाज के लिए उपयोगी माना जाता है।कुछ लोग दावा करते हैं कि सुबह का पहला पेशाब (मध्य धारा) पीने से इसमें पोषक तत्व और हार्मोन होते हैं, जो स्वास्थ्य लाभ देते हैं।

पेशाब पीने के वैज्ञानिक दृष्टिकोण

आधुनिक चिकित्सा और वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर:

  1. कोई ठोस सबूत नहीं:
    • पेशाब पीने के स्वास्थ्य लाभों का समर्थन करने के लिए कोई विश्वसनीय वैज्ञानिक अध्ययन या नैदानिक परीक्षण उपलब्ध नहीं हैं।
    • पेशाब मुख्य रूप से पानी (95-96%) और अपशिष्ट पदार्थों (जैसे यूरिया, क्रिएटिनिन, अमोनिया, और इलेक्ट्रोलाइट्स) से बना होता है, जिन्हें शरीर ने उत्सर्जन के लिए बाहर निकाला है। इसमें कोई विशेष पोषक तत्व या औषधीय यौगिक नहीं होते जो स्वास्थ्य को बढ़ावा दें।
  2. संभावित जोखिम:
    • संक्रमण का खतरा: यदि पेशाब में बैक्टीरिया या रोगजनक मौजूद हैं (जैसे मूत्र मार्ग संक्रमण के मामले में), तो इसे पीने से स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है।
    • विषाक्तता: पेशाब में मौजूद अपशिष्ट पदार्थ (जैसे यूरिया) बड़ी मात्रा में हानिकारक हो सकते हैं, खासकर अगर कोई व्यक्ति पहले से ही गुर्दे या यकृत की बीमारी से पीड़ित है।
    • इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन: पेशाब में सोडियम और अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा शरीर के लिए अनावश्यक हो सकती है, जिससे असंतुलन हो सकता है।
    • निर्जलीकरण: पेशाब में पानी की मात्रा होने के बावजूद, इसे पीने से शरीर में अपशिष्ट पदार्थों का संचय हो सकता है, जो दीर्घकालिक रूप से हानिकारक है।
  3. त्वचा पर उपयोग:
    • कुछ लोग पेशाब को त्वचा पर लगाने की सलाह देते हैं (जैसे मुहाँसे या घाव के लिए)। इसमें मौजूद यूरिया और पानी त्वचा को नमी दे सकते हैं, लेकिन इसके लिए भी वैज्ञानिक प्रमाण सीमित हैं। इसके अलावा, त्वचा पर पेशाब लगाने से जलन या एलर्जी हो सकती है।

क्या पेशाब में कोई उपयोगी तत्व हैं?

विशेषज्ञों की राय

सावधानियाँ

यदि कोई व्यक्ति पेशाब थेरेपी आजमाना चाहता है, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

Exit mobile version