गूगल क्लाउड फ्यूचरएक्स 2025 के राष्ट्रीय विजेता बने, सतना के सानिध्य : रच दिया इतिहास

यूं ही नहीं गिरते फूल झोली में
कर्म की शाख को हमको भी हिलाना होगा
कुछ नहीं होगा अंधेरों को कोसने से
अपने हिस्से का दीपक हमको भी जलाना होगा…..और देखिए कि सानिध्य ने अपने कर्म की डाली को अपने परिश्रम से कुछ इस तरह झकझोरा की पत्ते-पत्ते पर सानिध्य के नाम के मानों दीपक जगमगाने लगे। एक छोटा सा शहर सतना,अपनी पहचान बनाने, शायद ऐसे ही नौजवानों की राह जोहता है। क्योंकि सीमेंट फैक्ट्रियां के अलावा सतना की पहचान और क्या ?
लेकिन आज समूचा विश्व सतना के सानिध्य बल्कि सानिध्य का सतना के नाम से जाना जा रहा है। हमारे देश भारत में जब टेक्नोलॉजी और टैलेंट की बात होती है तो अक्सर महानगरों की चर्चा होती है। लेकिन इस बार सतना जैसे अपेक्षाकृत छोटे शहर से निकले एक होनहार छात्र ने गूगल क्लाउड फ्यूचर एक्स 20250 में राष्ट्रीय स्तर पर जीत हासिल कर सबको चौंका दिया। सानिध्य ने सिर्फ मध्यप्रदेश का ही नहीं, बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। आज सतना का नाम न सिर्फ मध्य प्रदेश में बल्कि देश ही नहीं दुनिया भर में सानिध्य के नाम से जाना जा रहा है। आइए आपको भी बताएं।

आखिर कौन हैं सतना का सानिध्य
मध्य प्रदेश के सतना जिले के निवासी सानिध्य ने अपनी स्कूलिंग सेंट माइकल से की। अभी वे आईआईटी मद्रास से इलेक्टि्रकल इंजीनियरिंग में एमटेक अंतिम वर्ष के छात्र हैं। उन्होंने गेट परीक्षा में 11वीं रैंक हासिल की थी। जेई में प्रथम रैंक आई थी। कैट भी इन्होंने 99.4 फीसदी अंक के साथ क्लियर की है। अब उनका ये स्टार्स-अप का है जब सानिध्य सतना के एक उभरते हुए तकनीकी प्रतिभाशाली तो हैं ही, जो सतना, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। उन्हें बचपन से ही कोडिंग,क्लाउड कंप्यूटिंग और एआई (AI) जैसी टेक्नोलॉजी में गहरी रुचि रही है। स्कूली शिक्षा के दौरान ही उन्होंने कई इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स पर काम किया और अपनी प्रतिभा को निखारा और उनका यहीं अंदाज जो टेक्नोलॉजी के हर पहलू को जानने से शुरू हुई क्योरोसिटी आज एक जीनियस और वर्ल्ड राइजिंग स्टार के रूप में उभरी है।
आईआईटी मद्रास में पढ़ रहे सानिध्य का फाइबर ऑप्टिक सेंसिंग से जुड़ा स्टार्टअप ‘फोलियम सेंसिंग’ ने फ्यूचर एक्स में विश्व स्तरीय नवाचार का प्रदर्शन किया। इसे देश के सबसे आशाजनक डीप-टेक उपक्रमों में से एक माना गया है। गूगल मुख्यालय पर आयोजित इस प्रतियोगिता में सानिध्य के स्टार्टअप की पिच को न सिर्फ असाधारण घोषित किया गया बल्कि यह प्रोजेक्ट भविष्य की महत्वपूर्ण चुनौतियों को बड़े पैमाने पर हल करने की बेहतर क्षमता रखने वाला स्वीकृत कर लिया गया है। फ्यूचर एक्स 2025 की प्रतियोगिता में देशभर से लगभग 5,500 स्टार्टअप्स ने भाग लिया था। फिनाले से पहले, पांच आईआईटी में क्षेत्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें से हर जगह से दो-दो स्टार्टअप चुने गए। इस तरह गूगल हेडक्वार्टर में 10 स्टार्टअप्स के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी, जिसमें सानिध्य को विजेता घोषित किया गया।

क्या है Google Cloud FutureX 2025 ?
Google Cloud द्वारा आयोजित यह एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता है। इस प्लेटफॉर्म पर युवा इनोवेटर्स क्लाउड तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग कर समाधान प्रस्तुत करते हैं। प्रतियोगिता का एक मात्र उद्देश्य देश में डिजिटल इनोवेशन को प्रोत्साहित करना और टेक्नोलॉजी में युवाओं की रुचि को बढ़ावा देना है।

सानिध्य के इनोवेटिव प्रोजेक्ट
सानिध्य ने जिस प्रोजेक्ट से यह जीत हासिल की है उसका विषय क्लाउड-बेस्ड एग्रीटेक सॉल्यूशन था। इस प्लेटफॉर्म के जरिए किसानों को मौसम, मिट्टी की गुणवत्ता, सिंचाई प्लान और बाजार भाव की लाइव जानकारी मिलती है। इसके लिए उन्होंने Google Cloud, BigQuery और Vertex AI का इस्तेमाल किया। उनका यह शोध ग्रामीण भारत व किसान सहित समूचे विश्व के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रहा है देश सहित विभिन्न अन्य देशों के लोग उनके प्रोजेक्ट को न सिर्फ खरीदने आगे आ रहे हैं बल्कि उनके साथ मिलकर कुछ इनोवेटिव करने आतुर हो उठे हैं।

सानिध्य की अब तक की उपलब्धियां

  • राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता गूगल क्लाउड फ्यूचर एक्स 2025 देश में प्रथम स्थान
  • गूगल द्वारा इनोवेटिव यूथ अवार्ड
  • गूगल क्लाउड की तरफ से 10000 डॉलर की क्लाउड क्रेडिट
  • स्टैनफोर्ड और MIT के मेंटर्स के साथ फेलोशिप

देश के युवाओं के लिए प्रेरणा है,सानिध्य की अब तक की यात्रा
सानिध्य की यह सफलता सिर्फ तकनीकी ज्ञान का ही नहीं, आत्मविश्वास, निरंत…

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