Bitcoin and Dogecoin Cryptocurrency: पिछले एक हफ्ते भर में क्रिप्टोकरेंसी में बड़ी गिरावट आई है. जी हां इस गिरावट के कारण बिटकॉइन से लेकर इथेरियम, रिपल, डॉगकॉइन जैसी सभी मुख्य क्रिप्टो करेंसी भी धड़ाम हो गई हैं. गौरतलब है कि कई क्रिप्टो हफ्ते भर में 18℅ से ज्यादा तक गिर गई हैं. हालांकि पिछले 24 घंटे की स्थिति में कुछ सुधार जरूर हुआ है, लेकिन गिरावट फिर भी बनी हुई है.
सबसे महंगी क्रिप्टो भी इस गिरावट का हुई शिकार
अब आपको बताएं विश्व की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन भी इस गिरावट से अपने आप को बचा नहीं पाई है. आज यानी सोमवार तक में पिछले 7 दिनों में 4℅ से अधिक की गिरावट आई है. वहीं दूसरी सबसे महंगी क्रिप्टो इथेरियम भी बुरी तरह पिट गई है. और इसमें 7 दिनों में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है. स्थिति यह है कि 7 दिनों के रिटर्न को देखें तो सभी क्रिप्टो लाल निशान पर आ गई हैं यानी सभी में गिरावट बनी हुई है.
पहले फ़ायदा, फिर पिटना शुरू
दरअसल कई क्रिप्टो ऐसी हैं जो पहले निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे चुकी हैं. हालांकि अब आई इनमें बड़ी गिरावट से निवेशक सहमे हुए हैं. इन्हीं में रिपल (XRP) क्रिप्टो भी शामिल है. रिपल ने निवेशकों को बेहद कम समय में जबरदस्त मुनाफा दिया है. लेकिन अब यह भी लुढ़क गई है. coinmarketcap वेबसाइट के अनुसार रिपल में पिछले 7 दिनों में करीब 10 फीसदी गिरावट आ चुकी है.
डॉगकॉइन में सबसे ज्यादा पिटा
गौरतलब है कि सबसे ज्यादा डॉगकॉइन क्रिप्टो पिटा है. जी हां इस समय यह करेंसी भी बुरे दौर से गुजर रही है. इस क्रिप्टो ने भी निवेशकों को कम समय में अच्छा रिटर्न दिया है. बीते साल ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद इसमें काफी तेजी आई थी. तब यह महज महीने भर में दोगुना हो गया था यानी निवेशकों को 100℅ से ज्यादा रिटर्न दिया था. लेकिन पिछला हफ्ता इसके लिए भी बुरा गुजरा है. 7 दिनों में इसमें 18 फीसदी गिरावट आई है. सभी प्रमुख क्रिप्टो में डॉगकॉइन सबसे ज्यादा लुढ़की है.
Pi-Network क्रिप्टो का क्या हाल?
देखिए जब गिरावट चौतरफा थी तो इसमें से यह क्रिप्टो कैसे बच जाती जी हां इसी कारण इस गिरावट से पाई नेटवर्क क्रिप्टो भी नहीं बच पाई. पाई नेटवर्क को अगला बिटकॉइन कहा जा रहा है. इस साल फरवरी में लॉन्चिंग के समय इसमें काफी तेजी आई थी, लेकिन अब इसमें गिरावट बनी हुई है. पिछले 7 दिनों में यह क्रिप्टो करीब 22 फीसदी गिर गई है. लॉन्चिंग के बाद से लेकर अब तक इसमें 50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ गई है.