BCCI के एक सूत्र ने यह भी जानकारी दी थी कि इस नई यात्रा नीति के बाद एक बड़े खिलाड़ी ने अपनी पत्नी को साथ ले जाने की बात कही थी
NEW DELHI: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद से बीसीसीआई (BCCI) फुल एक्शन मूड में है। बीसीसीआई ने 10 सूत्रीय दिशानिर्देश जारी किए थे। अब चैंपियंस ट्रॉफी में इन नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा। बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को आधिकारिक दस्तावेज भेजकर इसका पालन करना अनिवार्य कर दिया है। बीसीसीआई इस बार काफी गंभीर है और उसने यह भी नियम बना दिया है कि खिलाड़ी अपनी पत्नियों को विदेशी दौरे पर नहीं ले जाएंगे।
BCCI की नई यात्रा नीति लागू होगी
19 फरवरी से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया के किसी भी खिलाड़ी को अपनी पत्नी और परिवार के सदस्यों को साथ ले जाने की इजाजत नहीं होगी। इस टूर्नामेंट के साथ ही बीसीसीआई (BCCI) की नई यात्रा नीति लागू हो जाएगी। चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 19 फरवरी से होगी जबकि इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच 9 मार्च को खेला जाएगा। चैंपियंस ट्रॉफी 3 हफ्ते से भी कम समय में खत्म हो जाएगी और इसलिए खिलाड़ी अपने परिवार के सदस्यों को साथ नहीं ले जा पाएंगे।
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BCCI के सूत्र ने दी जानकारी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एक सूत्र ने यह भी जानकारी दी थी कि इस नई यात्रा नीति के बाद एक बड़े खिलाड़ी ने अपनी पत्नी को साथ ले जाने की बात कही थी। जिसे बीसीसीआई ने इनकार कर दिया था। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘अगर कुछ भी बदलता है तो यह अलग बात है लेकिन अभी इस दौरे पर खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नी या परिवार के सदस्यों के जाने की कोई संभावना नहीं है। एक खिलाड़ी ने इस बारे में पूछताछ की थी और बताया गया था कि नीतिगत निर्णय का पालन करना होगा।
केवल 45 दिन या उससे अधिक समय के लिए मान्य
बीसीसीआई की नई नीति के मुताबिक, एक खिलाड़ी अपने परिवार को केवल 45 दिन या उससे अधिक समय के दौरे पर ही अपने साथ ले जा सकता है और वह भी अधिकतम दो सप्ताह के लिए। सूत्र ने कहा, ‘अगर खिलाड़ी किसी विदेशी दौरे पर 45 दिन या उससे अधिक समय के लिए भारत से बाहर है, तो खिलाड़ी की पत्नी और बच्चे (18 साल से कम उम्र) अधिकतम दो सप्ताह तक उसके साथ रह सकते हैं। इस नीति से किसी भी बदलाव के लिए कोच, कप्तान और जीएम संचालन से अनुमति की आवश्यकता होगी। इसके अलावा किसी भी अवधि का खर्च बीसीसीआई नहीं उठाएगी।