Bagheli: विन्ध्य की एक ऐसी शख्सियत जिसने कविता, कहानी, पहेलियों और उपन्यास के माध्यम से बघेली को सशक्त पहचान दिलाई। इन्होनें न सिर्फ नए आयाम दिये बल्कि एक सुदृढ काव्य परम्परा भी प्रदान की है। सैफुद्दीन सिद्धीकी सैफू को इसीलिए बघेली का महाकवि कहा जाता है। सैफू का जन्म जुलाई 1923 मेें अमरपाटन तहसील के रामनगर जिला सतना में हुआ था। बाणसागर परियोजना से विस्थापित होने के बाद गढियाटोला सतना मेें बस गये। सैफू स्वभाव से अत्यंत सहज और सरल किन्तु अनुभव मेें सम्पन्न कवि थे। उनके जैसा लोक जीवन का अनुभव बिरले ही पाया जाता है जिसका प्रितफल है।
पूरी जानकारी के लिए निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: