Bageshwar Dham Hotel Controversy: बागेश्वर धाम के सेवादार के खिलाफ जनसुनवाई में कलेक्टर पार्थ जायसवाल से शिकायत की। मंगलवार को उन्होंने आवेदन में अपनी जान को खतरा बताया। कलेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए तहसीलदार को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर निवासी निकुंज गोयल ने बताया कि वे बागेश्वर धाम में सेवादार हैं।
छतरपुर में यूपी के एक व्यापारी ने बागेश्वर धाम के सेवादार के खिलाफ जनसुनवाई में कलेक्टर पार्थ जायसवाल से शिकायत की। मंगलवार को उन्होंने आवेदन में अपनी जान को खतरा बताया। कलेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए तहसीलदार को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर निवासी निकुंज गोयल ने बताया कि वे बागेश्वर धाम में सेवादार हैं। तीन साल पहले उन्होंने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अपनी मां के पैर दर्द की समस्या बताई थी।
‘बागेश्वर धाम में होटल खोलकर सेवा करो’
इस दौरान शास्त्री ने आशीर्वाद देते हुए कहा था कि बागेश्वर धाम में होटल खोलकर लोगों की सेवा करें। इसके बाद निकुंज ने दोस्तों के साथ मिलकर मां के गहने बेचकर 72 लाख रुपये की जमीन खरीदी, जिसकी रजिस्ट्री उनके पास है। यह सौदा 17 मई 2024 को पूरन सिंह ठाकुर और धर्मेंद्र सिंह से हुआ।
‘काम रुकवाया, जान से मारने की धमकी’
निकुंज ने बताया कि वे अपने भाई शाश्वत गोयल और पार्टनर सचिन कुमार के साथ जमीन पर काम शुरू करवा रहे थे। तभी कदारी, सन्यासी धाम निवासी गोलू महाराज और उनका साथी रवि सिंह मौके पर पहुंचे और धमकी देने लगे।
‘बागेश्वर धाम के लोग हैं, पुलिस-प्रशासन कुछ नहीं कर पाएगा’
उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों ने बागेश्वर धाम का नाम लेकर कहा, “प्लॉट छोड़ दो, नहीं तो जान से हाथ धो बैठोगे। यहां आदमी तो क्या, लाश का भी पता नहीं चलता। पुलिस-प्रशासन कुछ नहीं कर पाएगा, क्योंकि हम बागेश्वर धाम के लोग हैं।”
भाई-पार्टनर की सुरक्षा के लिए पुलिस सहायता की मांग
निकुंज ने छतरपुर पुलिस से सुरक्षा की मांग की है, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें, उनके भाई और पार्टनर को जान का खतरा है। उन्होंने प्रशासन से प्लॉट पर काम कराने के लिए पुलिस सहायता और आरोपियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।
‘हमने दिलवाई थी जमीन, आश्रम क्षेत्र में जा रही’
वहीं, गोलू महाराज ने कहा कि डेढ़ साल पहले उन्होंने 70 लाख रुपये में यह जमीन दिलवाई थी, जो अब आश्रम क्षेत्र में शामिल हो रही है। उन्होंने बताया कि परसों मुलाकात में निकुंज ने रोड किनारे दूसरी जमीन देने की बात कही थी। गोलू ने कहा, “मैंने बोला था कि महाराज के आने के बाद उनके निर्णय के अनुसार कार्रवाई होगी। हमारा इसमें कोई लेना-देना नहीं है।”