छतरपुर। एमपी के छतरपुर में शुक्रवार को देश-विदेश के लोगों का जमावड़ा रहा। यहा बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के 29वें जन्मदिन पर लोगो ने उन्हे बंधाई दिए। लाखों की संख्या में पहुचे श्रद्धालुओं धाम में आयोजित हुए धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिए और उनके दीर्धायु जीवन की कामन किए।
ऐसे हुआ कार्यक्रम
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के 29वें जन्मदिन पर धाम में हनुमान चालीसा, सुंदरकांड पाठ, परिक्रमा और अखंड रामधुन जैसे धार्मिक अनुष्ठान हुए। कई श्रद्धालु भक्तजनों हनुमान चालीसा का पाठ कर, परिक्रमा, अखंड रामधुन, सुंदरकांड का पाठ करते रहे। जन्मदिन के अवसर पर धाम पर श्रद्धालुओं को शुद्ध घी से बना हुआ भंडारा प्रसाद ग्रहण कराया गया।
कौन है बाबा बागेश्वर
बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर के गढ़ा गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम रामकृपाल गर्ग है, जबकि मां का नाम सरोज शास्त्री है. धीरेंद्र शास्त्री के एक भाई और एक बहन भी है. भाई का नाम शालिग्राम गर्ग है। धीरेंद्र शास्त्री के पिता गांव में ही लोगों को सत्यनारायण की कथा सुनाते थे. जबकि उनकी मां दूध का व्यापार करती थीं. धीरेंद्र शास्त्री बचपन में पिता के साथ कथा वाचने जाया करते थे. हालांकि शास्त्री अपना गुरु अपने दादा को मानते हैं. बताया जाता है, धीरेंद्र शास्त्री के दादा जी सिद्ध गुरु थे. वे हर मंगलवार और शनिवार को दरबार लगाया करते थे. नौ साल की उम्र में धीरेंद्र शास्त्री भी अपने दादा के साथ दरबार में शामिल होने लगे।
बाबा धीरेंद्र शास्त्री लगाते है दरवार
बाबा धीरेंद्र शास्त्री दरबार लगाते हैं, जहां वह लोगों की समस्या को सुनते हैं और तत्काल उसका समाधान भी करते हैं. पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर्चे लिखकर लोगों के मन की बात जानने का दावा करते हैं. उन्होंने टीवी कार्यक्रम में बताया, वह कोई चमत्कार नहीं करते, बल्कि अपने इष्ट की बातों को लोगों तक पहुंचाते हैं। बागेश्वर धाम सरकार कहे जाने वाले शास्त्री के मध्य प्रदेश के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी काफी अनुयायी हैं। मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक तीर्थ स्थल है, जिसे बागेश्वर धाम सरकार के नाम से जाना जाता है. यहां बाला जी की पूजा होती है. यहां बागेश्वर धाम महाराज के दर्शन के लिए कोने-कोने से लोग आते हैैं। धीरेंद्र शास्त्री यहां के पीठाधीश्वर हैं।