श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा कपाट खोलने के लिए विशेष तैयारियां की गई थीं. कपाट खुलने के मौके पर श्री बद्रीनाथ मंदिर को श्री बद्रीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश के सहयोग से मंदिर को सजाया गया है.
Chardham Yatra: केदारनाथ के बाद अब उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खुल गए हैं. रविवार 12 मई को सुबह 6 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ के श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए हैं और इसके मद्देनजर बद्रीनाथ धाम को फूलों से सजाया गया है. ब्रह्ममुहूर्त में गणेश और द्वार पूजा की गई. इस दौरान सेना के बैंड की ध्वनि के साथ श्रद्धालु भगवान बद्री विशाल लाल के जयकारे लगाते हुए नजर आए. पहले दिन लगभग 32 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन के किए जो अपने आपमें एक रिकॉर्ड है.
विश्व प्रसिद्ध श्री बद्रीनाथ धाम के पट छह माह के अंतराल में खुले हैं. पिछले साल 18 नवंबर से शीतकाल के लिए बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद कर दिए गए थे. इसके साथ ही उत्तराखंड के चार धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं. इससे पहले तीन धाम श्री केदारनाथ, श्री यमुनोत्री, श्री गंगोत्री धाम कपाट बीते 10 मई को अक्षय तृतीया के दिन खोले गए हैं. श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा कपाट खोलने के लिए विशेष तैयारियां की गई थीं. कपाट खुलने के मौके पर श्री बद्रीनाथ मंदिर को श्री बद्रीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश के सहयोग से मंदिर को सजाया गया है.
बद्रीनाथ यात्रा सनातन धर्म में महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा है, जिसमें प्रमुख रूप से भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा की जाती है. उत्तराखंड के चमौली जिले में स्थित पवित्र धाम बद्रीनाथ समुद्र तल से 3,133 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. तीर्थयात्रा आमतौर पर अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत में शुरू होती है और नवंबर तक जारी रहती है.