Antarctica News in Hindi: वैज्ञानिकों ने पारिस्थितिक आपदा की आशंका को जताते हुए अंटार्टिका में अत्यधिक रोगजनक अवियन इन्फ्लुएंजा वायरस (HPAIV) की उपस्थिति की पुष्टि की है. वैज्ञानिकों ने यह भी कहा है कि ऐसा पहली बार है जब अंटार्टिका के मुख्य भूमि पर घातक प्रकार के बर्ड फ्लू के प्रमाण मिले हैं. यह दक्षिणी क्षेत्र की विशाल पेंगुइन कॉलोनियों के लिए संभावित खतरा है.
तेजी से फ़ैल रहा है संक्रमण
रिपोर्ट्स के अनुसार, अर्जेंटीना के हायर काउन्सिल फॉर साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन यानी सीएसआईसी ने बताया है कि इस वायरस का प्रमाण मिलना यह दर्शाता है कि प्राकृतिक बाधाओं और दूरियों के बावजूद यह खतरा अंटार्टिका तक पहुंच गया है.
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“नए फ्लू ने पक्षियों के प्रजाति को किया है नष्ट”
सीएसआईसी ने आगे कहा कि 24 फरवरी को मृत स्कुआ पक्षियों के नमूनों में इस वायरस की मौजूदगी अर्जेंटीना के वैज्ञानिकों को अंटार्टिक बेस प्रिमवेरा के पास पाए गए थे. इस वायरस ने एक नए प्रकार के फ्लू के खतरे को उजागर किया है. वैज्ञानिको द्वारा इसका नाम H5N1 बताया जा रहा है। बता दें कि हाल के महीनों में इस नए फ्लू यानी H5N1 एवियन फ्लू ने दुनिया भर की कुछ विशेष पक्षियों की प्रजाति को नष्ट कर दिया है.
बता दें कि अंटार्टिक महाद्वीप और आस-पास के द्वीपों पर हज़ारों के संख्या में एअक साथ पेंगुइन्स इकठ्ठा होते हैं. जिससे कि संक्रमण के फैलने की आशंका और ज्यादे है.
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