AVADH OJHA: ‘आप’ के हुए ओझा सर, पार्टी प्रमुख ने कराया ज्वाइन!

अब ओझा (AVADH OJHA) फरवरी 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की तरफ से अपना राजनीतिक करियर शुरू कर सकते हैं,,,

AVADH OJHA: यूपीएससी की कोचिंग पढ़ाने वाले ओझा सर आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसौदिया ने अवध ओझा (AVADH OJHA) को पार्टी में शामिल कराया। ओझा सर ने कहा था कि शिक्षा दूध है, जो पीएगा वही दहाड़ेगा। वह पिछले 22 वर्षों से छात्रों को कोचिंग दे रहे हैं। उनके सोशल मीडिया फॉलोअर्स की संख्या लाखों में है।

टिकट मांगा था, लेकिन नहीं मिला

ओझा सर (AVADH OJHA) फरवरी 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की तरफ से अपना राजनीतिक करियर शुरू कर सकते हैं। गौरतलब होकि अवध ओझा (AVADH OJHA) ने पहले बीजेपी और फिर कांग्रेस से टिकट मांगा था। अगस्त 2024 में एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अवध ओझा ने बताया था कि वह पिछला लोकसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ना चाहते थे। उन्होंने पार्टी से प्रयागराज सीट से टिकट मांगा था, लेकिन नहीं मिला।

मगर मेन्स में फेल हुए AVADH OJHA

उन्होंने बताया कि मां के मना करने पर उन्होंने कैसरगंज से चुनाव नहीं लड़ा। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से अमेठी सीट पर चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांगा। शुरुआत में पार्टी इसके लिए तैयार थी, लेकिन बाद में किशोरीलाल शर्मा को इस सीट से टिकट मिल गया। अवध ओझा का जन्म 3 जुलाई 1984 को यूपी के गोंडा में हुआ था। उनके पिता माता प्रसाद ओझा पोस्टमास्टर थे। उनके पास 10 एकड़ ज़मीन थी। पत्नी को पढ़ाने के लिए पिता ने 5 एकड़ जमीन बेच दी। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह वकील बन गईं। जमीन बेचकर की यूपीएससी की तैयारी की थी मगर मेन्स में फेल हो गए थे।

पढ़ाई के लिए 5 एकड़ जमीन भी बेच दी

दूसरी बार माता प्रसाद ओझा ने बेटे की पढ़ाई के लिए बाकी 5 एकड़ जमीन भी बेच दी। अवध ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, ‘मैं जहां से आता हूं, वहां आपको या तो आईएएस अफसर बनना पड़ता है या फिर अपराधी।’ उन्होंने प्रीलिम्स तो क्लियर कर लिया लेकिन मेन्स में फेल हो गए। इसके बाद उन्होंने अपने जेब खर्चों को पूरा करने के लिए इलाहाबाद में एक कोचिंग क्लास में इतिहास पढ़ाना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने इतिहास में बीए, हिंदी साहित्य में एमए, हिंदी साहित्य में एलएलबी, एमफिल और पीएचडी की डिग्री हासिल की।

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