भारत सिनेमा के जनक: दादा साहब फाल्के

न्याज़िया बेग़म\आज भारत का शायद हर दूसरा नौजवान फिल्मों में काम करने के बारे में सोचता है, क्योंकि हमारे पास अब बहुत फिल्में हैं लेकिन एक ज़माना वो भी था... Read More

गैलीलियो जो मानते थे गणित ही ईश्वर की भाषा है

आज हम सब जानते हैं, पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है, लेकिन कुछ 2-3 सौ वर्ष पहले ऐसा नहीं था, इटली के एक खगोलशास्त्री ने ऐसा दावा किया,... Read More

सुभद्रा कुमारी चौहान-भारत की पहली महिला सत्याग्रही जो झांसी की रानी कविता लिख कर अमर हो गईं

'झांसी की रानी' नाम की कविता 1857 के क्रांति की नायिका झाँसी की वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई पर लिखी गई थी। इस कविता ने रानी लक्ष्मीबाई को जन-जन में इतना लोकप्रिय... Read More

Sarojini Naidu, the Nightingale of India\भारतीय स्वर कोकिला सरोजिनी नायडू

Sarojini Naidu Birth Anniversary\आज हम देखते हैं हर क्षेत्र में महिलाएँ, पुरुषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रहीं हैं, राजनीति के क्षेत्र में भी महिलाओं की भूमिका प्रशंसनीय... Read More

भक्तियुग के प्रमुख संत कवि रैदास

मध्ययुगीन भक्तकालीन संतों में से रैदास का प्रमुख स्थान है, वह एक सुप्रसिद्ध भक्तकवि भी थे, कथाओं के अनुसार वह काशी के निवासी थे, और जन्म से चर्मकार था, यह... Read More

राजा मुंज और मृणालवती की प्रेम कहानी

भारतीय इतिहास में वैसे तो कई प्रेम कहानियाँ दर्ज हैं, पर मालवा के राजा मुंज और चालुक्य वंश की राजकुमारी मृणालवती की प्रेम कहानी भी एक अनूठी प्रेम कहानी है,... Read More

रीवा के गुढ़ चौराहा स्थित रानी अजबकुँवरि की बावड़ी –

रीवा शहर के गुढ़ चौराहे के निकट कमसरियत में एक बावड़ी स्थित है, जिसे रानी अजब कुँवरि की बावड़ी के नाम से जाना जाता है। इस बावड़ी का निर्माण रीवा... Read More

जब कलकत्ता की जगह दिल्ली देश की राजधानी बनी

दिल्ली हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के कारण चर्चित हुई, दिल्ली जो एक राज्य है, दिल्ली या यों कहें नई दिल्ली, भारत देश की भी राजधानी है, आज ही... Read More

कढ़ी पकौड़ी के भोज के साथ होने लगी नागा साधुओं की विदाई

Akharas kadhi-pakauda bhoj: प्रयाग महाकुंभ अब धीरे-धीरे समापन की ओर बढ़ रहा है, वैसे तो औपचारिक रूप से महाकुंभ पर्व का समापन महाशिवरात्रि के स्नान बाद होता है, लेकिन अखाड़ों... Read More

ठुमरी की रानी, शोभा गुर्टू

न्याज़िया बेग़म \"रंगी सारी गुलाबी चुनरिया रे, मोहे मारे नजरिया संवारिया रे" यह गीत तो आपने सुना ही होगा, यह गीत राग पहाड़ी संगीत में सजी हुई एक ठुमरी है,... Read More

के. एम. मुंशी जिनकी सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण में प्रमुख भूमिका थी।

इतिहास में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनका देश के निर्माण में सक्रिय योगदान होता है, इसके बाद भी उन्हें याद कम ही किया जाता है, ऐसे ही एक... Read More