Asian Development Bank, ADB, Masato Kanda, Urban Infrastructure, Metro Projects, RRTS Corridors, Viksit Bharat 2047: एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने भारत के शहरी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए एक बड़ी घोषणा की है। ADB ने अगले पांच सालों में भारत में 86,000 करोड़ रुपये (लगभग 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का निवेश करने की योजना बनाई है। यह निवेश शहरी बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने, मेट्रो सिस्टम्स, रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर और अन्य शहरी सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।
मसातो कांडा ने पीएम मोदी से की मुलाकात
ADB के अध्यक्ष मसातो कांडा (Masato Kanda) ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद यह घोषणा की। इस मुलाकात के दौरान कांडा ने भारत के ‘विकसित भारत 2047’ (Viksit Bharat 2047) विजन को समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई। इस निवेश योजना में सॉवरेन लोन, प्राइवेट सेक्टर फाइनेंसिंग और थर्ड-पार्टी कैपिटल का मिश्रण शामिल होगा। यह योजना भारत के अर्बन चैलेंज फंड (Urban Challenge Fund) पर आधारित है, जो देश के शहरी विकास को गति देगा।
मेट्रो और RRTS पर विशेष ध्यान
इस निवेश का मुख्य फोकस मेट्रो सिस्टम्स और रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडors को विस्तार देना है। इसके अलावा, शहरी सेवाओं जैसे स्वच्छता, जल आपूर्ति, और स्मार्ट सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने पर भी ध्यान दिया जाएगा। यह कदम भारत के बढ़ते शहरीकरण को टिकाऊ और समावेशी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस निवेश से मेट्रो और RRTS प्रोजेक्ट्स को तेजी से मंजूरी मिलेगी, जिससे देश के बड़े शहरों में कनेक्टिविटी और जीवन स्तर में सुधार होगा।
भारत में ADB का बढ़ता योगदान
ADB पहले भी भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है। 2024 में ADB ने भारत को 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लोन, ग्रांट्स और अन्य सहायता प्रदान की थी, जिसमें हेल्थकेयर, शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्र शामिल थे। इस बार का निवेश भारत के शहरी ढांचे को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह योजना न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देगी, बल्कि रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में भी योगदान देगी।
सरकार और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि यह भारत के शहरी विकास और ‘विकसित भारत 2047’ के सपने को साकार करने में मदद करेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह निवेश भारत के शहरीकरण को टिकाऊ बनाने और ट्रैफिक जाम, प्रदूषण जैसी समस्याओं से निपटने में मदद करेगा। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इन प्रोजेक्ट्स को लागू करने में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करना जरूरी होगा, ताकि धन का सही उपयोग हो सके।
शहरी भारत के लिए नई उम्मीद
एशियन डेवलपमेंट बैंक का यह निवेश भारत के शहरी बुनियादी ढांचे को बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मेट्रो और RRTS प्रोजेक्ट्स के विस्तार से न केवल कनेक्टिविटी में सुधार होगा, बल्कि शहरी जीवन की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। यह योजना भारत के शहरी भविष्य को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल साबित हो सकती है। ताजा अपडेट्स के लिए बने रहें।