Site icon SHABD SANCHI

Sambhal Jama Masjid Survey : Asaduddin Owaisi ने UP Police की कड़ी निंदा की ,बोले मामले की हो निष्पक्ष जांच

Sambhal Jama Masjid Survey: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार सुबह शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। गुस्साई भीड़ ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। भीड़ इतनी बढ़ गई थी कि पुलिस को उन्हें काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी पुलिस की कड़ी निंदा की और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।

औवेसी ने पुलिस फायरिंग की कड़ी निंदा की। Sambhal Jama Masjid Survey

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा, “तुझको कितने का खून चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन? जो तीरे आरिज़-ए-बे-रंग को गुलानार करे। कितनी आहों से कललेजा तीरा ठंडा होगा, कितने आँसू तेरे सहराओं को गुलज़ार करे। ओवैसी ने आगे लिखा कि हम संभल में शांति के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी की कड़ी निंदा करते हैं। पुलिस की फायरिंग में तीन युवकों की मौत हो गई है।

धीरेंद्र शास्त्री ओवैसी पर साधा निशाना। Sambhal Jama Masjid Survey

असदुद्दीन ओवैसी के समर्थकों का हवाला देते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जैसा कि उनके आका कहते रहते हैं कि 15 मिनट के लिए उन्हें छोड़ दो, हम दिखा देंगे कि मुसलमानों की ताकत क्या है। कानून तोड़ रहे हैं। यह देश का दुर्भाग्य है। वे कानून को अपने हाथ में लेकर संविधान से खिलवाड़ कर रहे हैं। यह राष्ट्रीय धरोहर है। उन्हें गिरफ्तार करके जेल में डालो। उन्हें इतना मारो कि वे ऐसा न करें वापस आकर कोई काम करो और कानून से मत खेलो।

धर्म का काम धर्मगुरुओं के हाथ में ही रहने दो: तौकीर रजा

हिंदू समाज को समझना चाहिए कि 2014 से पहले के हिंदुत्व और आज के हिंदुत्व में कितना अंतर आ गया है। दरअसल बादशाह अकबर ने उन्होंने भी दीन-ए-इलाही धर्म की शुरुआत की और आवाज उठाई, उनके खिलाफ भी आवाज उठी और उस प्रयास को नाकाम कर दिया गया। तौकीर रजा ने कहा कि धर्म का काम धर्म के लोगों के हाथ में ही रहने दें, मस्जिद का काम हमारे धर्मगुरु संभालेंगे और मंदिर का काम हिंदू धर्मगुरु संभालेंगे।सरकार का काम देश चलाना है। उन्हें यही करना चाहिए।

Read Also :http://Maharashtra Poltics : महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद CM पद को लेकर घमासन, BJP-Shivsena-NCP ने अलग अलग बुलाई विधायक दल की बैठक

Exit mobile version