AIMIM चीफ Asaduddin Owaisi ने Palestine के समर्थन में जिंदाबाद के नारे लगाए और कहा- पीएम मोदी Israel-Hamas War रुकवाएं!
Owaisi Palestine Video: इजराइल-हमास जंग अब सिर्फ दो देशों के बीच का युद्ध नहीं बल्कि दूसरे देशों में रहने वाले लोगों के बीच सांप्रदायिक-वैचारिक युद्ध बन गया है. भारत में बड़ा तबका इस जंग में आतंकी संगठन Hamas और Pelestine के समर्थन में है. अब तो फिलिस्तीन के समर्थन में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी हल्ला बोल दिया है. Asaduddin Owaisi का सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमे ओवैसी जोर-जोर से ‘फिलिस्तीन ज़िंदाबाद’ के नारे लगा रहे हैं. इतना ही नहीं ओवैसी ने पीएम मोदी का नाम लेते हुए कहा- प्रधान मंत्री को इजराइल-हमास वॉर रोकने के लिए प्रयास करने चाहिए। G20 के प्रमुख के तौर पर यह उनकी अतिरिक्त जिम्मेदारी है.
ओवैसी ने लगाए फिलिस्तीन ज़िंदाबाद के नारे
सोमवार रात हैदराबाद में AIMIM के ऑफिस में ‘फिलिस्तीन में इजराइली अत्याचार’ को लेकर एक सार्वजनिक बैठक हुई. इसी बैठक को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा-
इजराइल, गाजा में जो कर रहा है वह नरसंहार है. पीएम मोदी को यह युद्ध रुकवाने के प्रयास करने चाहिए। G20 के प्रमुख के तौर पर भारत के प्रधान मंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी है कि वे युद्ध विराम करवाएं। वहां एक ह्यूमन कॉरिडोर खुलवाएं, ताकि फिलिस्तीनियों को राहत मिले और उनकी जान बचाई जा सके.
उन्होंने आगे कहा- 21 लाख आबादी वाले गाजा में 10 लाख लोग बेघर हो गए हैं. 70 साल से वहां इजराइल का कब्जा है लेकिन दुनिया चुप है.
इस बैठक में इजराइल के खिलाफ कई प्रस्ताव पारित किए गए. जिनमे AIMIM ने फिलिस्तीनियों का समर्थन किया और इजराइल द्वारा गाजा पर कब्जे का विरोध किया। कहा गया कि इजराइल को 1992-93 के ओस्लो समझौते का सम्मान करने के अलावा अंतराष्ट्रीय कानून और UN प्रस्तवों का पालन करना चाहिए।
इस प्रस्ताव में कहा गया कि- इजराइल को Gaza Strip, वेस्ट बैंक, येरुशलम और 1967 में अपने कब्जे से पहले के सभी क्षेत्रों पर अपना कब्जा छोड़ना चाहिए और इसराइल को अब एक स्वतंत्र और संप्रभु फिलिस्तीन राज्य के गठन को नहीं रोकना चाहिए।
भारत करे फिलिस्तीन का समर्थन
एक प्रस्ताव में कहा गया कि भारत को फिलिस्तीन के लोगों का समर्थन करना चाहिए। उनकी विरासत का सम्मान जारी रखना चाहिए। ओवैसी ने कहा कि- हम भारत सरकार से आह्वन करते हैं कि वह महात्मा गांधी की बात को याद रखें, फिलिस्तीन फिलिस्तीनियों का है. जैसे इंग्लैंड अंग्रेजों का और फ़्रांस फ्रांसीसियों का.
भारत हमेशा रंगभेद और उपनिवेशवाद के पीडियों के साथ खड़ा रहा है और एकजुटता से काम किया है. चाहे वह दक्षिण अफ्रीका हो या इंडोनेशिया।
भारत फिलिस्तीनियों को मदद भेज रहा
एक तरफ ओवैसी जैसे नेता ये कह रहे हैं कि भारत को फिलिस्तीन के साथ खड़ा होना चाहिए वहीं भारत सचमुच में ऐसा कर ही रहा है. 7 अक्टूबर को ही भारत ने गाजा में रहने वाले नागरिकों के लिए दवाइयां और जरूरत की सामग्रियां भेजवाई हैं.