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आम आदमी अपराध करता है तो जेल जाता है, क्या सीएम को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता?

arvind kejriwal

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपनी गिरफ्तारी और रिमांड को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है. जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा की अदालत में सुनवाई चला रही है. केजरीवाल की ओर से सीनियर अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और अधिवक्ता विक्रम चौधरी मजूद हैं. ED की तरफ से ASG एसवी राजू पैरवी कर रहे हैं.

सिंघवी ने कोर्ट में कहा, केजरीवाल की गिरफ्तारी से यह निश्चित हो गया है कि वो लोकतांत्रिक गतिविधियां में नहीं शामिल हो पाएंगे। पहला वोट डाले जाने से पहले ही केजरीवाल और उनकी पार्टी को अलग-थलग करने की कोशिश है.

सिंघवी ने कहा कि गिरफ्तारी की टाइमिंग इशारा करती है कि यह असंवैधानिक है. गिरफ्तारी की जरुरत दूसरे कारणों से पड़ी. गिरफ्तारी सिर्फ और सिर्फ अपमानित करने और नीचा दिखाने के लिए की गई है.

केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्डरिंग मामले में गिरफ्तारी को लेकर 23 मार्च को हाईकोर्ट का रुख किया था. कोर्ट ने मामले में ED को नोटिस जारी कर 2 अप्रैल तक जवाब मांगा था. ED ने 2 अप्रैल की शाम में कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया। इसमें एजेंसी ने बताया कि आम आदमी पार्ट्री ने केजरीवाल के जरिए मनी लॉन्डरिंग की.

इधर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म लिखा कि अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) एक सीवियर दियबिटिक हैं. गिरफ्तारी के बाद से अब तक केजरीवाल का वजन 4.5 किलो घट गया है. यह बहुत चिंताजनक है. आज भाजपा उन्हें जेल में दाल कर उनके स्वास्थ्य को खतरे में दाल रही है. अगर उन्हें कुछ हो गया तो पूरा देश तो क्या, भगवान भी इन्हें माफ़ नहीं करेगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जेल प्रशासन ने इस आरोप के बारे में जानकारी दी कि केजरीवाल की सेहत एकदम ठीक है. मेडिकल टीम लगातार उनकी मॉनिटरिंग कर रही है. डॉक्टरों ने भी कोई चिंता जाहिर नहीं की है. केजरीवाल घर का खाना ही खा रहे हैं.

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