Operation Sindoor 2.0 Army Chief Upendra Dwivedi: भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी (General Upendra Dwivedi) ने पाकिस्तान को खुली चेतावनी दी है कि भारत अब संयम नहीं बरतेगा और आतंकवाद के संरक्षण के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करेगा कि पड़ोसी देश को अपनी “भूगोल में जगह” बचाने के लिए रणनीति बदलनी पड़ेगी। राजस्थान के सीमावर्ती घड़साना क्षेत्र के गांव 22 एमडी में सैन्य छावनी का दौरा करते हुए आर्मी चीफ (Army Chief About Pakistan) ने जवानों को संबोधित किया और कहा, “अब आप अपनी पूरी तैयारी करके रखें, अगर भगवान ने चाहा तो जल्द ही ये मौका मिलेगा।” यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत-पाकिस्तान तनाव (India-Pakistan Tensions) फिर से हाई लेवल पर पहुंच गया है, खासकर हाल के आतंकी हमलों के बाद। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ऑपरेशन सिंदूर 1.0 (Operation Sindoor 1.0) की सफलता का एक्सटेंशन हो सकता है.
आर्मी चीफ ने हाल ही के ऑपरेशन सिंदूर 1.0 का जिक्र करते हुए बताया कि पहलगाम में आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए। इसमें 7 आर्मी और 2 वायुसेना की कार्रवाई शामिल थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नामित इस ऑपरेशन को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सराहा, कहा, “इस देश की कोई भी महिला अपनी मांग में सिंदूर लगाती है तो उस समय वो भारतीय सेना के जवानों को याद करती है।” भारत ने सबूत दुनिया को दिखाए ताकि पाकिस्तान इन हमलों को नकार न सके। अब जनरल द्विवेदी की चेतावनी से सवाल उठ रहा है – क्या सिंदूर 2.0 की तैयारी चल रही है?
पाकिस्तान को चेतावनी: आतंकवाद बंद या परिणाम भुगतें
जनरल द्विवेदी ने साफ कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद का संरक्षण देना बंद करना होगा, वरना भारत ऐसी जवाबी कार्रवाई करेगा जो उसके अस्तित्व को चुनौती देगी। “पाकिस्तान को भूगोल से मिटा देंगे” – यह बयान न केवल जवानों का मनोबल बढ़ाता है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की सख्त नीति को रेखांकित करता है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, सेना पूरी तरह अलर्ट मोड में है, खासकर जम्मू-कश्मीर और राजस्थान बॉर्डर पर।
आर्मी चीफ की यह चेतावनी भारत-पाकिस्तान संबंधों में नया ट्विस्ट ला सकती है। क्या यह सिर्फ मनोबल बढ़ाने वाला बयान है या वास्तविक कार्रवाई का संकेत? आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर भारत पर रहेगी। सेना ने स्पष्ट किया कि शांति हमेशा प्राथमिकता है, लेकिन आक्रमण का जवाब कड़ा होगा।