राजपुरा में रेलवे स्टेशन के पास देश विरोधी नारे, आतंकी पन्नू ने ली जिम्मेदारी

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Anti-India slogans raised in Punjab: पन्नू ने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि खन्ना इकलोहा शिव मंदिर और राजपुरा रेलवे स्टेशन के पास युवाओं ने “खालिस्तान जिंदाबाद” के नारे लिखे। उसने जून 1984 की घटना को संविधान से जोड़ा और 6 जून को शहीद भिंडरावाले की याद में रात 7 से 10 बजे तक मंदिरों की लाइट बंद करने की अपील की।

Pujab News: पंजाब के राजपुरा में रेलवे स्टेशन के पास खालिस्तानी और देश विरोधी नारे लिखे गए हैं। प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन नारों को मिटा दिया है। यह चौथा मौका है जब ऐसी घटना सामने आई है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

पन्नू का नया वीडियो: मंदिरों में लाइट बंद करने की अपील

पन्नू ने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि खन्ना इकलोहा शिव मंदिर और राजपुरा रेलवे स्टेशन के पास युवाओं ने “खालिस्तान जिंदाबाद” के नारे लिखे। उसने जून 1984 की घटना को संविधान से जोड़ा और 6 जून को शहीद भिंडरावाले की याद में रात 7 से 10 बजे तक मंदिरों की लाइट बंद करने की अपील की। पन्नू ने कहा कि इससे अप्रिय घटनाओं से बचा जा सकता है और पंजाब के हिंदुओं को “पंजाब के प्रति वफादारी” दिखानी चाहिए।

SFJ और पन्नू पर भारत सरकार की कार्रवाई

भारत सरकार ने 10 जुलाई 2019 को SFJ को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत प्रतिबंधित कर दिया। गृह मंत्रालय के अनुसार, SFJ रेफरेंडम की आड़ में पंजाब में अलगाववाद और उग्रवाद को बढ़ावा दे रहा था। 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया गया। SFJ से जुड़े 40 से अधिक वेब पेज और यूट्यूब चैनल भी बैन किए गए। पन्नू और SFJ के खिलाफ भारत में 15 मामले दर्ज हैं, जिनमें पंजाब में देशद्रोह के तीन मामले शामिल हैं।

पन्नू सोशल मीडिया पर सक्रिय है और पंजाबी भाषा में ऑडियो-वीडियो संदेश जारी कर युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काता है। वह पैसे का लालच देकर पंजाब और हरियाणा में सरकारी इमारतों पर खालिस्तानी झंडे लगवाने की घटनाएं भी करवा चुका है।

पन्नू की हत्या की साजिश का मामला

2023 में पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 14 जून 2024 को उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया। अमेरिकी एजेंसी FBI के अनुसार, यह साजिश 2023 में PM नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान रची गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता को पन्नू की हत्या के लिए उकसाया था। निखिल ने अमेरिकी अदालत में खुद को निर्दोष बताया है।

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