अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन के निर्देशक चंद्र बरोट का निधन, दोस्त को कर्ज से उबारने के लिए बनाई थी फिल्म

Don Film Director Chandra Barot Passed Away: चंद्र बरोट, जिन्होंने 1978 में अमिताभ बच्चन अभिनीत कल्ट क्लासिक फिल्म ‘डॉन’ का निर्देशन किया, उनका 86 वर्ष की आयु में 20 जुलाई 2025 को मुंबई के गुरु नानक अस्पताल में निधन हो गया। वह पिछले सात वर्षों से पल्मोनरी फाइब्रोसिस नामक फेफड़ों की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। उनकी पत्नी दीपा बरोट ने उनके निधन की पुष्टि की, जिनके अनुसार उनका इलाज पहले जसलोक अस्पताल और बाद में गुरु नानक अस्पताल में डॉ. मनीष शेट्टी के मार्गदर्शन में चल रहा था।

मनोज कुमार के आसिस्टेंट के तौर पर की शुरुआत

चंद्र बरोट ने अपने करियर की शुरुआत 1970 में मनोज कुमार के साथ सहायक निर्देशक के रूप में की, जिनके साथ उन्होंने ‘पूरब और पश्चिम’, ‘शोर’, और ‘रोटी कपड़ा और मकान’ जैसी फिल्मों में काम किया। 1978 में ‘डॉन’ उनकी पहली निर्देशित फिल्म थी, जिसमें अमिताभ बच्चन, जीनत अमान, प्राण, और ओम पुरी जैसे कलाकार थे। सलीम-जावेद द्वारा लिखित यह फिल्म जबरदस्त हिट रही और उस वर्ष की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई, जिसने उन्हें बॉलीवुड में एक बड़ा नाम दिलाया।

दोस्त को कर्ज से उबारने को बनाई थी फिल्म डॉन

‘डॉन’ का निर्माण एक दिलचस्प कहानी से जुड़ा है। यह फिल्म चंद्र बरोट ने अपने दोस्त और सिनेमैटोग्राफर-निर्माता नरीमन ईरानी को 12 लाख रुपये के कर्ज से उबारने के लिए बनाई थी। नरीमन की 1972 की फिल्म ‘जिंदगी जिंदगी’ फ्लॉप होने के बाद वह कर्ज में डूब गए थे। अमिताभ बच्चन, जीनत अमान, प्राण, और चंद्र बरोट ने मिलकर सलीम-जावेद की एक रिजेक्टेड स्क्रिप्ट पर काम शुरू किया। फिल्म की शूटिंग के दौरान ही नरीमन की एक हादसे में मृत्यु हो गई, लेकिन फिल्म से जुड़े लोगों ने फंड जुटाकर इसे पूरा किया। रिलीज के पहले हफ्ते में फिल्म को ठंडा रिस्पॉन्स मिला, लेकिन मनोज कुमार की सलाह पर गाना ‘खाइके पान बनारस वाला’ जोड़ा गया, जिसने फिल्म को ब्लॉकबस्टर बना दिया। 70 लाख रुपये की लागत से बनी इस फिल्म ने 7 करोड़ रुपये की कमाई की, जिससे नरीमन की विधवा पत्नी ने उनका कर्ज चुकाया।

दुबारा नहीं मिली पाई डॉन की सफलता

‘डॉन’ की अपार सफलता के बावजूद, चंद्र बरोट का करियर उस ऊंचाई को दोबारा नहीं छू सका। उन्होंने 1989 में बंगाली फिल्म ‘आश्रिता’ का निर्देशन किया, जिसने लगभग 3 करोड़ रुपये की कमाई की, और 1991 में हिंदी फिल्म ‘प्यार भरा दिल’ बनाई, लेकिन ये फिल्में ज्यादा सफल नहीं हुईं। इसके अलावा, बजट की कमी के कारण उनकी तीन अन्य हिंदी फिल्में पूरी नहीं हो सकीं।

तंजानिया में हुआ था जन्म

चंद्र बरोट का जन्म तंजानिया में हुआ था, लेकिन नस्लीय अशांति के कारण वे भारत लौट आए और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत की। उनकी मृत्यु पर फरहान अख्तर सहित कई हस्तियों ने शोक व्यक्त किया, जिन्होंने ‘डॉन’ को एक ऐतिहासिक फिल्म बताया। चंद्र बरोट को ‘डॉन’ के लिए हमेशा याद किया जाएगा, जिसने बॉलीवुड में एक अमिट छाप छोड़ी। उनकी मृत्यु बॉलीवुड के लिए एक बड़ी क्षति है।

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