AMIT SHAH ON AMBEDKAR: इतने नाम लेते तो स्वर्ग चले जाते!

कांग्रेस ने अमित शाह के भाषण (AMIT SHAH ON AMBEDKAR) के इस अंश को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है,,,,

DELHI: गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर (AMIT SHAH ON AMBEDKAR) का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अब तो अंबेडकर…अंबेडकर…अंबेडकर…अंबेडकर कहना फैशन हो गया है, भगवान के इतने नाम लेते तो 7 जन्मों के लिए स्वर्ग चले जाते। इसको लेकर कांग्रेस परेशान है। वह शाह के बयान को अंबेडकर का अपमान बताते हुए माफी की मांग कर रही हैं। विपक्ष के हमलों के बीच बीजेपी समेत एनडीए दल कांग्रेस पर पलटवार कर रहे हैं। खुद पीएम मोदी ने भी कांग्रेस को घेरा है।

सदन से लेकर सड़क तक हंगामा

अमित शाह ने सदन में जो कहा उससे सड़क से लेकर संसद तक हंगामा हो गया है। उन्होंने कहा अब अम्बेडकर…अम्बेडकर…अम्बेडकर…अम्बेडकर कहना फैशन हो गया है। भगवान के इतने नाम लेते तो 7 जन्मों के लिए स्वर्ग चले जाते। कांग्रेस ने अमित शाह के भाषण (AMIT SHAH ON AMBEDKAR) के इस अंश को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है। इसके बाद बीजेपी ने 1 मिनट 43 सेकेंड का एक वीडियो पोस्ट किय। इसमें अमित शाह कहते हैं, मैं आपको बता दूं कि अंबेडकर जी के प्रति आपकी भावना क्या है।

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दिनभर चर्चा में रहा AMIT SHAH ON AMBEDKAR

अम्बेडकर जी को देश की पहली कैबिनेट से इस्तीफा क्यों देना पड़ा? उन्होंने कई बार कहा कि वह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के साथ होने वाले व्यवहार से असंतुष्ट हैं। मैं सरकार की विदेश नीति और अनुच्छेद 370 से असहमत हूं। इसलिए वह जाना चाहते थे।’ अमित शाह आगे कहते हैं, उन्हें (अंबेडकर) आश्वासन दिया गया था, जो पूरा नहीं हुआ। इस पर उन्होंने उपेक्षा के चलते इस्तीफा दे दिया। बीसी रॉय ने पत्र लिखकर पूछा कि अगर अंबेडकर और राजाजी जैसे दो महापुरुष कैबिनेट छोड़ देंगे तो क्या होगा।

सदन में ही दिया जवाब

इस पर नेहरू जी ने उत्तर दिया कि राजा जी के जाने से कुछ नुकसान होगा। लेकिन अम्बेडकर के जाने से मंत्रिमंडल कमजोर नहीं होगा। इसके बाद अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष को सलाह देते हुए कहा कि खड़गे जी जो कह रहे हैं उसमें आपत्ति क्या है। आप जिनका विरोध करते हैं उनका वोट के लिए नाम लेना कितना उचित है। क्योंकि अंबेडकर जी को मानने वाले लोग पर्याप्त संख्या में आ गए हैं। इसलिए आप अंबेडकर, अंबेडकर कह रहे हैं।

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