India Pakistan Ceasefire : भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बाद अब युद्धविराम की घोषणा हो गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में भारत और पाकिस्तान सीजफायर के लिए तैयार हो चुके हैं। डोनाल्ड ट्रंप के बयान के ठीक बाद भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शाम 6 बजे प्रेस ब्रीफ कर जानकारी दी कि पाकिस्तान सीजफ़ायर के लिए तैयार है। पाकिस्तान ने भारत की सैन्य शक्तियों से डरकर बिना शर्त युद्धविराम लगाने की बात कही। जबकि भारत ने पाकिस्तान के साथ अपनी शर्तो के साथ सीजफायर किया है। इस दौरान MEA ने भी बयान जारी किया है कि दोनों देशों के बीच युद्धविराम लगाने में अमेरिका का कोई हाथ नहीं है।
ट्रंप ने कहा- मैंने कराया समझौता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शनिवार की शाम को भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बात की थी। इसके बाद ही डोनाल्ड ट्रंप ने एलान किया कि अब भारत और पाकिस्तान के बीच सुलह हो चुकी है और अब दोनों देशों के बीच पूर्ण युद्धविराम हो गया। डोनाल्ड ट्रंप के बयान के 30 मिनट बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी शाम 6 बजे प्रेस ब्रीफ के लिए आए।
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर दी बधाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने X पर पोस्ट किया। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, “रात में यूएस की मध्यस्थता में चली लंबी बातचीत के बाद मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान तुरंत और पूरी तरह हमले रोकने के लिए तैयार हो गए हैं। मैं दोनों देशों को कॉमनसेंस, समझदारी से भरा फैसला लेने के लिए बधाई देता हूं।
भारतीय विदेश सचिव बोले- भारत से डरा पाक
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफ में 42 सेकेंड में अपनी बात खत्म की और चले गए। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के DGMO ने शनिवार दोपहर 3:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। सहमति बनी कि दोनों पक्ष शनिवार दोपहर 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं। वे 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बात करेंगे।”
पाकिस्तान ने भी कहा – हम सहमत है
पाकिस्तान ने भी सीजफायर की पुष्टि की पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा, ‘पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमति जताई है। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है।’