रीवा। जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां किसी सोने-चांदी के जेवरात या पैसे की चोरी नहीं बल्कि लोगों ने तालाबों चोरी हो जाने की शिकायत किए है। यह पूरा मामला रीवा जिले के त्यौथर तहसील अंतर्गत पूर्वा मनीराम पंचायत और उसके आसापास की अमिलिया पंचायत से सामने आ रहा है। ग्रामीणों ने चाकघाट थाना में तालाब चोरी होने की शिकायत किए है। ग्रामीणों का कहना है कि अमृत सरोवर सहित इलाके के कई तालाब जिनका निर्माण लाखों रुपए की लागत से किया गया वो रातों रात चोरी हो गए हैं। उधर इस पूरे मामले को लेकर इलाके के ग्रामीण गांव में मुनादी भी करवा रहे हैं और तालाब ढूंढने वालों के लिए उचित ईनाम की घोषणा कर रहे हैं।
चरणबद्ध की गई शिकायत
ग्रामीणों का कहना है कि सबसे पहले ग्रामीणों ने इसकी शिकायत गांव के ही लोगों से की। फिर सभी ने इस पर विचार मंथन किया। उसके बाद थाने पहुंचे और थाने पहुंचकर शिकायती आवेदन दिया। सिलसिलेवार तरीके से थाने के बाद जनपद और जनपद के बाद मामला कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचा है।
लाखों रूपए खर्च करके बनाया गया था तालाब
जानकारी के मुताबिक इस अमृत सरोवर बांध का निर्माण 24.94 लाख रुपए की लगात से 09 अगस्त 2023 को किया गया था। इसका निर्माण रीवा जिले के त्यौथर जनपद अंतर्गत पूर्वा मनीराम के ग्राम कठौली नामक जगह पर किया गया है। जो राजस्व के अभिलेख के मुताबिक भूमिक क्रमांक 117 पर दर्ज है। ग्रामीणों ने बताया कि इस अमृत सरोवर के अलावा बगल की अन्य अमिलिया पंचायत में भी दो तालाब चोरी हो चुके हैं। इस अनोखी चोरी पर पुलिस भी हैरान है। हालांकि पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि ग्रामीणों का आरोप भ्रष्टाचार से संबंधित है। हैरानी की बात यह है कि ग्रामीण इसे भ्रष्टाचार का मामला बता ही नहीं रहे हैं न ही यह कह रहे हैं कि गवन हुआ है। बल्कि ग्रामीण इसे एक चोरी का मामला बता रहे हैं।
ग्रामीणो का कहना
ग्रामीणो ने बताया कि हमारे यहां साढ़े 24.94 लाख की लागत से अमृत सरोवर का निर्माण हुआ था। जिसमें लबालब पानी भरा हुआ था। जिसकी खूबसूरती भी देखते ही बनती थी। पर बड़े ही आश्चर्य की बात है कि हमारे यहां का तालाब रातों रात चोरी हो चुका है। जहां कभी पानी से लबालब अमृत सरोवर बांध हुआ करता था। वहां अब बड़े बड़े झाड़ उगे हुए हैं। अमृत सरोवर का तो कुछ पता नहीं है। अब जो भी व्यक्ति आमरे खाए हुए अमृत सरोवर बांध को खोजेगा। उसे उचित ईनाम दिया जाएगा। गांव भर में इसकी मुनादी भी करवाई जा रही है। अखिलेश सिंह ने कहा कि लाखों की लागत से निर्मित अमृत सरोवर बांध का लापता हो जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन इसकी जांच करवाएं तो चोरी गए तालाबों की संख्या में वृद्धि हो जाएगी।
जांच करवाऐगी कलेक्टर
इस मामले की शिकायत ग्रामीणों ने अब कलेक्टर प्रतिभा पाल से किए है। कलेक्टर प्रतिभा पाल का कहना है कि यह मामला अनियमितता से संबंधित मालूम होता है। इसकी जांच करवाई जाएगी, जो भी तथ्य सामने आएगे, उस आधार पर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।