रीवा। अजब रीवा की गजब कहानी का एक मामला मंगलवार को रीवा के कलेक्टर कार्यालय की जन सुनवाई में सामने आया। यहा बेटे की गोद में मौजूद एक बुजूर्ग महिला रीवा के अधिकारियों के सामने यह बताने के लिए पहुचती थी कि वह जीवित है। बेटे की गोद में मौजूद बुजूर्ग महिला के मृत होने की बात सुनते ही अधिकारी भी चौक गए। उन्होने तत्काल व्हील चेयर मंगवाई और बेटे के गोद से बुजूर्ग को व्हील चेयर में बैठवाया। एडीएम सपना त्रिपाठी ने आवेदन पत्र लेकर मामले की जांच कराए जाने का आश्वासन पीड़ित परिवार को दिए है।
यह था मामला
बुजूर्ग महिला के बेटे ने बताया कि जिसकों वे लेकर आए है वह उनकी मां है और उनका नाम देववती सिह है। वे रीवा जिले के गढ़ के रहने वाली है। उसने बताया कि सरकारी रिकार्ड में उनकी मां देववती सिंह को मृत घोषित कर दिया गया है। पीड़ित का कहना था कि उसकी मां बीमारी के चलते बिस्तर पर जरूर है, लेकिन जीवित है। उन्होने बताया कि इसके लिए उसके गांव गढ़ पंचायत के सरपंच, पूर्व सहायक सचिव एवं पंचायत कर्मी आदि दोषी है। उनकी मांग है कि प्रशासन ऐसे लोगो के खिलाफ कार्रवाई करे और उनकी मां का नाम सरकरी रिकार्ड में दर्ज करवाया जाए।
ऐसे मामला आया सामने
पीड़ित ने बताया कि मां का जब राशन पानी एवं पेंशन आदि मिलना बंद हो गया तो वह इसके सबंध में जानकारी लेने सरकारी कार्यालय पहुचा। वह यह देखकर चौक गया कि सरकारी रिकार्ड में उसकी मां को मृत घोषित कर दिया गया है। उसने बताया कि 2 जून 2024 को रिकार्ड में उसकी मां को गांव के सहायक सचिव ने मृत दर्शा दिया। पीड़ित का कहना था कि वे गरीब परिवार से है, उसकी मां के लिए राशन पानी देते या न देते कंम से कंम उसे मृत तो घोषित न करते।