Amarnath Yatra: इस साल अमरनाथ यात्रा शनिवार 29 जून से शुरू हो रही है। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना हो चुका है जो शुक्रवार को कश्मीर पहुंचेगा। यहां से तीर्थयात्री उत्तर कश्मीर बालटाल और दक्षिण कश्मीर अनंतनाग बेस कैंप जाएंगे। इसके बाद शुक्रवार को ही सभी तीर्थयात्री सुरक्षा काफिले के साथ घाटी के लिए रवाना होंगे और शनिवार 29 जून को अमरनाथ के दर्शन करेंगे। बतादें कि बुधवार से अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो गई है। जम्मू के सरस्वती धाम सेंटर से ऑफलाइन टोकन दिए जा रहे हैं। हालांकि साधु-संत यात्रा की शुरुआत से पहले ही जम्मू पहुंचने लगे हैं। यात्रा को लेकर प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किये गए हैं। यातायात पर निगरानी के लिए उधमपुर से बनिहाल तक 10 हाई-एंड कैमरे लगाए हैं। वहीं नेशनल हाईवे पर आने-जाने वाले वाहन चालकों को लेन ड्राइविंग पर जोर दिया गया है। नियमों का उल्लंघन करने पर बड़ा जुर्माना लगाया जाएगा।
बतादें कि जम्मू में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुईं मुठभेड़ के बाद यात्रा रूट्स पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए दोनों रूट के हाई सिक्योरिटी पॉइंट्स पर पुलिस की 13, एसडीआरएफ की 11, एनडीआरएफ की आठ, बीएसएफ की चार और सीआरपीएफ की दो टीमों की तैनाती है। वहीं, श्राइन बोर्ड ने पहली बार मेडिकल सुविधाओं में इजाफ़ा किया है। बालटाल और चंदनबाड़ी में 100-100 आईसीयू बेड, एडवांस उपकरण, अल्ट्रासोनोग्राफी मशीन, एक्स-रे, कार्डियक मॉनिटर, क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट, लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट से लैस दो कैंप अस्पताल तैयार किए गए हैं। दरअसल यहां हवा में ऑक्सीजन की मात्रा कम रहती है, इसलिए यात्रा मार्ग पर 100 स्थाई ऑक्सीजन बूथ और मोबाइल ऑक्सीजन बूथ तैनात रहेंगे। पवित्र गुफा, शेषनाग और पंचतरणी में तीन छोटे अस्पतालों की व्यवस्था रहेगी।